लखनऊ,उप्र में इंजीयनियरिग कालेजों के निदेशक एवं पालिटेक्निक कालेजों के प्रधानाचार्य को अब प्रतिदिन कम से कम एक क्लास जरूर लेना होगी। प्रदेश के प्राविधिक शिक्षा मंत्री आशीष पटेल ने विधानसभा स्थित कार्यालय कक्ष में प्रदेश के प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय एवं समस्त राजकीय अभियंत्रण संस्थानों में कैरियर एडवांसमेन्ट स्कीम में एकरूपता के सम्बन्ध में समीक्षा की। उनके द्वारा कैरियर एडवांसमेन्ट स्कीम में एकरूपता के लिए गठित 05 सदस्यीय समिति द्वारा प्रेषित संस्तुतियों की समीक्षा करते हुए आवश्यक दिशा निर्देश अधिकारियों को दिये गये। उन्होंने निर्देश दिये कि समिति द्वारा दी जा रही संस्तुति विभाग के नियंत्रणाधीन व संचालित सभी तकनीकी विश्वविद्यालयों एवं अभियांत्रिकी संस्थानों में सेवारत संकाय सदस्यों पर लागू होगी। कैरियर एडवांसमेन्ट स्कीम के अधीन प्रोन्नति की कार्यवाही प्रत्येक वर्ष कम से कम एक बार परन्तु अधिमानत एक वर्ष में दो बार अवश्य सुनिश्चित की जाय।
प्राविधिक शिक्षा मंत्री द्वारा डिग्रीसेक्टर व डिप्लोमा सेक्टर के विभिन्न प्रचलित एवं महत्वपूर्ण कार्यों की प्रगति की समीक्षा की गयी। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए गए कि प्राविधिक शिक्षा विभाग के अंतर्गत सभी निर्माण कार्य भारत सरकार एवं उ0प्र0शासन के संगत शासनादेशों एवं नियमों के आलोक में समयबद्ध रूप से संपादित कराए जाएं। कार्यों में शिथिलता व लापरवाही न बरती जाए। अभियंत्रण संस्थानों में एडमिशन तथा भर्ती के संबंध में सर्वाेच्च प्राथमिकता के आधार पर नियमसंगत कार्यवाही करायी जाए। उन्होंने अधिकारियौं को निर्देशित किया कि अभियंत्रण संस्थानों में गैर शैक्षिणक समूह ग के पदों की भर्ती हेतु अधियाचन 30 नवम्बर 2022 तक अनिवार्य रूप से उ0प्र0 अधिनस्थ सेवा चयन आयोग को भेजना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि भर्ती में भारत सरकार एवं उ.प्र. सरकार के नियमों के अन्तर्गत आरक्षण सुनिश्चित किया जाय। समीक्षा के दौरान मंत्री जी ने अभियंत्रण संस्थानों में शिक्षण व्यवस्था को और बेहतर बनाने के लिए प्रत्येक इंजीयनियरिग कालेजों के निदेशक एवं पालिटेक्निक कालेजों के प्रधानाचार्य को निर्देशित किया है कि वे अनिवार्य रूप से अध्यापक के रूप में प्रतिदिन एक क्लास जरूर लें।