बीजेपी इस बार अनुशासन पर पड़ी नरम, काउंसिलिंग से सुलझेंगे मामले

भोपाल, भाजपा को विधानसभा चुनाव से पहले जिन जिलों में जनाधार कम होने की चिंता सता रही है, वहां भितरघाती नेताओं पर अनुशासन का डंडा चलाने के बजाय नरम रवैया अपनाते हुए काउंसिलिंग कर समझाइस दी जाएगी। पार्टी ने अनुशासन हीनता की हलकी-फुलकी शिकायतों को बंद करने का ही निश्चय किया है। पार्टी को उज्जैन,रतलाम,रीवा,बुरहानपुर,ग्वालियर,जबलपुर,सिंगरौली,सतना,शहडोल,उमरिया,मुरैना,कटनी और छिंदवाड़ा से बहुतायत में शिकायतें मिली हैं। जिन पर आगे कार्रवाई होना थी पर आसन्न विधानसभा चुनाव से पहले सभी को साथ लेने और जोड़ने की रणनीति से अधिकांश शिकायतों को काउंसिलिंग के बाद खत्म किया जायेगा। उधर,पार्टी ने ऐसे जिलों को जनाधार में गिरावट का जिला मानते हुए ही पृथक से व्यूह रचना का निर्णय लिया है। इसके लिए संगठन स्तर से सर्वे कर पता लगाया जायेगा कि कहीं इन जिलों में कांग्रेस के जनाधार में बढ़ोत्तरी तो नहीं हो रही ?,इसी बीच चुनाव पूर्व फूंक-फूंक कर कदम रख रही भाजपा ने कांग्रेस के हिस्से वाली 96 विधानसभाओं पर बूथ स्तर पर संगठन की ओर से सरकारी योजनाओं के लिए किये काम का ब्यौरा तलब किया है।

 

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