भोपाल, मप्र की दसवीं और बारहवीं की बोर्ड परीक्षाओं में हिंदी और अंग्रेजी अनिवार्य विषय होंगे जबकि संस्कृत को वैकल्पिक विषय के रूप में सम्मिलित किया जायेगा। दसवीं में 19 कार्यकुशलता पर आधारित और बारहवीं में 39 विषय कौशल विकास के रूप में पाठ्यक्रम का हिस्सा होंगे। इनमें से किसी एक को छात्र प्रशिक्षण के लिए चुनेगा। प्रशिक्षण के विषय स्कूल अपने स्तर पर तय करेंगे। लेकिन उसका विस्तार कहां तक होगा यह निर्णय बोर्ड के सुझाव पर स्कूल शिक्षा विभाग लेगा। दरअसल,राष्ट्रीय शिक्षा नीति का नया मसौदा जारी होने के बाद इसमें बदलाव किया जा रहा है।