भोपाल, वन मंत्री डॉ. कुंवर विजय शाह ने कहा है कि न्यूनतम समर्थन मूल्य पर संग्रहित लघु वनोपज के निर्वतन प्रक्रिया को सरलीकृत बनाया जाए। इससे राज्य लघु वनोपज की आय में वृद्धि होने के साथ इस कार्य में जुड़े गरीब तबके को फायदा मिल सकेगा। डॉ. शाह मंत्रालय में वनोपज अन्तर्विभागीय समिति की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे।
वन मंत्री डॉ.शाह ने निर्देश दिए कि संग्रहित लघु वनोपज की नीलामी प्रक्रिया में जिला स्तर पर अधिकार प्रत्यायोजित किए जाएँ, जिससे लघु वनोपज की नीलामी प्रक्रिया समय-सीमा में पूरी की जा सके। राज्य लघु वनोपज के प्रबंध संचालक पुष्कर सिंह ने बताया कि केन्द्रीय जनजातीय कार्य मंत्रालय के भारतीय जनजाति सहकारी विपणन विकास संघ द्वारा प्रायोजित “न्यूनतम समर्थन मूल्य योजना” में प्रदेश में लघु वनोपज का संग्रहण कार्य किया जा रहा है। अभी तक 32 लघु वनोपज के न्यूनतम समर्थन मूल्य घोषित किए जा चुके हैं।
लघु वनोपज के 2 नए उत्पाद परीक्षण के बाद होंगे लॉन्च
वन मंत्री डॉ. शाह ने म.प्र. लघु वनोपज प्र-संस्करण एवं अनुसंधान केन्द्र बरखेड़ा पठानी द्वारा तैयार किए जा रहे कोल्ड ड्रिंग्स, मधु कोला और जम्मू कोला के सैम्पल को बहुत अच्छा बताया। उन्होंने निर्देश दिए कि इस नए उत्पाद का परीक्षण के बाद व्यापक स्तर पर एक कार्यशाला आयोजित की जाए। वन मंत्री डॉ.शाह ने कहा कि इन दोनों उत्पाद की विश्वसनीयता का परीक्षण और अन्य प्रक्रियाओं के पूरा होने के बाद उत्पादों को लॉन्च किया जाए। बैठक में बताया गया कि इन दोनों उत्पाद को मार्केट में लॉन्च किए जाने से इसका विपणन शीर्ष स्तर पर पहुँचेगा। प्रमुख सचिव वन अशोक वर्णवाल एवं प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं वन बल प्रमुख आर.के. गुप्ता सहित समिति के अन्य सदस्य मौजूद थे।