लखनऊ,उत्तर प्रदेश राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष जसवंत सैनी की अध्यक्षता में आज यहां इन्दिरा भवन स्थित आयोग के कार्यालय में पिछड़ा वर्ग आयोग की बैठक सम्पन्न हुई। बैठक में उ0प्र0 के अन्य पिछड़े वर्गों के लिए वर्तमान में लागू क्रीमीलेयर की सीमा बढ़ाये जाने के सम्बंध में विचार-विमर्श करते हुए इस विषय पर जानकारी/अध्ययन कर आगामी बैठक में विचार रखे जाने का निर्णय लिया गया तथा आयोग द्वारा सर्वसम्मत से उ0प्र0 के सरकारी ठेकों में अन्य पिछड़े वर्गों को 27 प्रतिशत का आरक्षण प्रदान करते हुए प्रतिनिधित्व प्रदान किये जाने पर विचार-विमर्श किया गया।
बैठक में विभिन्न जातियों के साथ उपनाम/उपजाति जोड़े जाने सम्बंधी मामलों पर विचार- विमर्श किया गया। पिछड़े वर्ग की अनुमन्य जातियों की सूची में मूल जाति के साथ उनके उपजाति/उपनाम अथवा टाइटिल जोड़े जाने का कोई औचित्य नहीं है। यह भी निर्णय लिया गया कि इस सम्बंध में प्राप्त सभी प्रत्यावेदनों को निरस्त किया जाता है तथा इस प्रकार के प्राप्त होने वाले प्रत्यावेदनों पर विचार नहीं किया जायेगा। जोशी भड्डरी, भंडरी, डकोत, पड़िया ज्योतिषी जाति को अन्य पिछड़े वर्ग की सूची में सम्मिलित करने के सम्बंध में विचार-विमर्श करते हुए प्रारम्भिक सुनवाई किये जाने का निर्णय लिया गया।