भोपाल,मध्यप्रदेश ने 17 सितंबर को एक दिन में 27 लाख 14 हजार 795 लोगों को वैक्सीन लगाकर फिर से एक नया रिकार्ड बनाया है। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने टीकाकरण महाअभियान-3 में मिली रिकॉर्ड उपलब्धि के लिये जन-प्रतिनिधि, प्रशासन, डॉक्टर्स, स्वास्थ्य कर्मी, स्वयं सेवी संस्थाओं और नागरिकों के प्रति आभार व्यक्त किया है।
चौहान ने कहा है कि हमारा लक्ष्य है कि 26 सितम्बर तक प्रत्येक पात्र व्यक्ति को वैक्सीन की पहली डोज लग जाये। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के सहयोग से प्रदेश को नि:शुल्क और आवश्यकतानुसार वैक्सीन उपलब्ध हो रही है। निर्धारित लक्ष्य प्राप्त करने के लिए वैक्सीनेशन का कार्य प्रदेश में लगातार जारी रहेगा।
चौहान के लगातार प्रयासों और प्रदेश के जन-भागीदारी मॉडल को अपना कर टीकाकरण महाअभियान-3 को अपार सफलता मिली। एक दिन में 27 लाख से ज्यादा लोगों ने वैक्सीन लगाकर पुन: देश में अनूठा उदाहरण प्रस्तुत किया है। प्रदेश के 16 जिलों में निर्धारित लक्ष्य के विरूद्ध 100 प्रतिशत से अधिक वैक्सीनेशन हुआ। कुल हुए वैक्सीनेशन में 14 लाख 78 हजार 869 नागरिकों को वैक्सीन की पहली डोज और 12 लाख 35 हजार 926 नागरिकों को वैक्सीन की दूसरी डोज लगाई गई।
चौहान ने कहा कि हमारी प्राथमिकता कोरोना पर विजय प्राप्त करना है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि टीकाकरण महाअभियान में सभी टीकाकरण केन्द्रों पर जो व्यवस्थाएँ की गई, उसका परिणाम यह रहा कि प्रदेश में रिकार्ड वैक्सीनेशन हुआ। लोग स्व-प्रेरणा से आगे आये और महाअभियान में अपनी भागीदारी सुनिश्चित की।
चौहान ने कहा कि टीकाकरण महाअभियान में बुजुर्गों और दिव्यांगों के लिये स्थानीय प्रशासन द्वारा केन्द्र पर लाने और ले जाने के लिए वाहन की व्यवस्था की गई। अनेक क्षेत्रों में बुजुर्गों और दिव्यांग जनों ने प्रेरक की भूमिका अदा कर लोगों को वैक्सीन लगवाने के लिये प्रेरित भी किया। सम्पूर्ण प्रदेश में टीकाकरण महाअभियान में जो सकारात्मक वातावरण निर्मित हुआ है, उसमें समाज के विभिन्न वर्गों की भागीदारी अहम रही है। प्रदेश का हर नागरिक कोरोना संक्रमण के प्रति सजग है। शीघ्र ही मध्यप्रदेश के शत-प्रतिशत लोग वैक्सीन के सुरक्षा कवच में आ जायेंगे।
प्रदेश के नागरिकों को वैक्सीन का सुरक्षा कवच प्रदान करने में जिला, ब्लाक एवं ग्राम और वार्ड स्तरीय क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटियों के सदस्यों ने भी सक्रिय भूमिका निभाई। सदस्यों ने शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में टीकाकरण केन्द्रों पर प्रेरक की भूमिका का निर्वहन किया।