बड़वानी, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने बड़वानी में आयोजित रैली को संबोधित करते हुए कहा कि आदिवासी समाज के लोगों को किसी से डरने की जरूरत नहीं है, कांग्रेस पार्टी आदिवासियों के हितों के लिए पूरा संघर्ष कर रही है और हर मोर्चे पर डटी हुई है। कांग्रेस पार्टी ने आज बड़वानी में आदिवासी अधिकार जन आक्रोश रैली का आयोजन किया।
प्रदेश में लगातार आदिवासियों पर बढ़ते अत्याचार, आदिवासी दिवस के अवकाश को समाप्त किए जाने और आदिवासी वर्ग के अधिकारों के हनन के खिलाफ कांग्रेसी पार्टी की रैली में 50 हजार से अधिक लोग शामिल हुए। कांग्रेस की रैली को देखकर प्रशासन इस कदर डर गया कि 25 हजार से ज्यादा लोगों को रैली स्थल के बाहर ही दूसरे इलाकों में रोक दिया गया।
नाथ ने कहा कि मध्यप्रदेश की स्थिति बहुत विकट हो गई है। शिवराज सिंह चौहान ने हर महीने एक लाख नौकरियां देने का वादा किया था और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हर साल दो करोड़ लोगों को रोजगार देने का वादा किया था, मैं आपसे पूछता हूं कि ये रोजगार कहां हैं, नौकरियां कहां हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान दोनों ही एक्टिंग करने में बहुत आगे हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को सलाह दी कि वे मुंबई चले जाएं और वहां जाकर सलमान खान की तरह एक्टिंग करें। ऐसा करने से वे अभिनय के क्षेत्र में प्रदेश का गौरव बढ़ाएंगे! उन्होंने कहा कि प्रदेश में आदिवासी समाज की स्थिति लगातार गिरती जा रही है लेकिन शिवराज सिंह चौहान की आंखें खुली होने के बावजूद वह कुछ देखते नहीं और कान खुले होने के बावजूद वह कुछ सुनते नहीं, वह तो सिर्फ मुंह चलाना जानते हैं।
श्री कमलनाथ ने कहा कि देश प्रदेश की पूरी जनता और आदिवासी समुदाय शिवराज सिंह चौहान सरकार की उपेक्षा को देख रहा है। उन्होंने कहा की हजारों लोगों को रैली में आने से प्रशासन ने रोक दिया है। यह आदिवासियों के स्वाभिमान से खिलवाड़ है और लोकतांत्रिक मूल्यों का हनन है। सभा स्थल पर लोगों को आने से रोके जाने पर उन्होंने कहा कि जो अधिकारी अपनी जेब में भारतीय जनता पार्टी का बिल्ला डालकर काम कर रहे हैं उनकी पूरी मॉनिटरिंग कांग्रेस पार्टी कर रही है। 2023 में जब कांग्रेस सरकार बनेगी तो इन अधिकारियों से जनता पूरा हिसाब लेगी।
श्री कमलनाथ ने कहा कि आज का युवा बहुत जागरूक है। आज की जनता बहुत जागरूक है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, उन्हें भाषणों का ज्ञान देना बंद करें क्योंकि जनता खुद बहुत ज्ञानी है। आदिवासी समुदाय के स्वाभिमान का आव्हान करते हुए कमलनाथ ने कहा कि आज से 20-25 साल पहले आदिवासी समाज मजदूरी और रोजगार के अधिकार के लिए लड़ाई करता था, लेकिन आज की नौजवान आदिवासी पीढ़ी को रोजगार और अधिकार के साथ ही अपने स्वाभिमान के लिए भी संघर्ष करना होगा। उन्होंने कहा कि आदिवासी युवाओं को अब अपनी मूंछों पर ध्यान देना चाहिए, उनकी मूंछें ही आदिवासी समुदाय का सम्मान है।