कांग्रेस ने भगवा को आतंकवाद से जोड़कर पूरी दुनिया में सनातन धर्म को बदनाम किया

भोपाल,चिकित्सा शिक्षा व भोपाल गैस त्रासदी राहत एवं पुनर्वास मंत्री विश्वास कैलाश सारंग ने कहा कि कांग्रेसियों द्वारा हाथ में भगवा झंडा लेने से कुछ नहीं होगा। क्योंकि भगवा अकेला झंडा नहीं है बल्कि भगवा त्याग, शौर्य, आध्यात्मिकता का प्रतीक है। भगवा ध्वज के पीछे इतिहास, परम्परा है। भगवा सनातन संस्कृति का द्योतक है। भगवा झंडे को हाथ में लेने से कुछ नहीं होगा बल्कि उसके पीछे जो भाव है उसे आत्मसात करना होगा। यह वही कांग्रेस है जो भगवे को आतंकवाद से जोड़ रही थी और उसके लिए कांग्रेस ने एक षड़यंत्र भी रचा था।
सारंग ने कहा कि हम तो यही चाहते हैं कि देश का प्रत्येक व्यक्ति भगवा लेकर चले और जय श्रीराम बोले लेकिन कांग्रेसियों के मुंह में राम और हाथ में छुरी है जो हमेशा भगवा के खिलाफ षड़यंत्र रचती रहती है। कांग्रेस ने भगवा आतंकवाद की थ्यौरी देकर पूरे विश्व में सनातन धर्म को बदनाम करने का प्रयास किया।
मंत्री सारंग ने कहा कि कांग्रेस ने तुष्टीकरण की नीति के चलते हमेशा बहुसंख्यकों के साथ दोयम दर्जे का व्यवहार किया। यही कारण है कि आज देश का बहुसंख्यक कांग्रेस के खिलाफ उड़ खड़ा है जिसके कारण कांग्रेस को अब हमेशा के लिए सत्ता खोने का डर सता रहा है। इसलिए आज कांग्रेस भगवा ध्वज भी उठा रही है और कांग्रेस के युवराज राहुल गांधी तिलक भी लगा लेते हैं, कोट के ऊपर से जनेऊ भी पहन लेते हैं। लेकिन कांग्रेस को यह तो बताना ही होगा कि उसने राम जन्मभूमि पर मन्दिर निर्माण में रोड़े क्यों अटकाये थे? कांग्रेस ने भगवान राम के अस्तित्व को क्यों नकारा था और रामसेतु को तोड़ने का प्रयास क्यों किया था? कांग्रेस ने भगवा को आतंकवाद से क्यों जोड़ा था?

 

 

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