पटना, बिहार में बाढ़ जैसे हालात से अब हाहाकार मच गया है। गंगा अपना उग्र तेवर बरकरार रखते हुए राज्य में कई जगहों पर नया उच्चतम स्तर बनाने को बेताब है। बड़ी नदियों में सोन और पुनपुन का भी जलस्तर बढ़ रहा है। दो दिनों में तेजी से बढ़ रही गंगा गुरुवार को भी इलाहाबाद से फरक्का तक लाल निशान के ऊपर बह रही है। मुंगेर को छोड़कर सभी जगहों पर नदी का स्तर लाल निशान से एक मीटर से ज्यादा ऊपर है।
पटना और बक्सर के साथ ही सभी तटवर्ती जिलों के निचले इलाकों में स्थित घरों में पानी घुसने लगा है। बक्सर-कोचस स्टेट हाईवे पर भी लगभग एक फुट पानी चढ़ गया है। भागलपुर में एनएच 80 पर कई जगहों पर बाढ़ का पानी बहने लगा है। इससे भागलपुर जिला मुख्यालय का दूसरे जिलों से संपर्क कटने की स्थिति है। दियारा में लगी खरीफ फसलें डूब गई हैं। वहीं समस्तीपुर जिले के मोहनपुर और मोहिउद्दीननगर प्रखंड की दर्जनों पंचायतों का संपर्क जिला मुख्यालय से कट गया है। यहां गंगा का जलस्तर खतरे के निशान से दो मीटर ऊपर बह रहा है।
उच्चतम स्तर के करीब पहुंची गंगा पटना के गांधीघाट, हाथीदह और कहलगांव में अब तक के उच्चतम स्तर के करीब पहुंच गई है। शनिवार तक तक हाथीदह में यह नदी नया उच्चतम स्तर बना सकती है। वहां इसका जलस्तर उच्चतम स्तर 43.17 मीटर से मात्र सात सेमी नीचे है। पुनपुन और सोन भी पटना में लाल निशान से काफी ऊपर जाने के बाद भी तेज रफ्तार से बढ़ रही है। हाथीदह के साथ पटना के गांधी घाट पर भी गंगा 2016 में बने उच्चतम जलस्तर 50.52 मीटर को पार कर सकती है। वहां अब मात्र 42 सेमी नीचे रह गई है। गुरुवार को वहां 50.10 मीटर जलस्तर के साथ बह रही है और लाल निशान से 1.50 मीटर ऊपर है। भागलपुर में 53 और कहलगांव में 97 सेमी लाल निशान से ऊपर बह रही है।