नई दिल्ली, देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई) समेत कई निजी और सरकारी बैंकों में खाता रखने वालों के लिए अच्छी खबर नहीं है। इन बैंक ने लाखों चालू खातों को बंद कर दिया है, जिससे लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। माना जा रहा है कि सिर्फ स्टेट बैंक ने करीब 60,000 ग्राहकों के अकाउंट बंद कर दिए हैं। बता दें बैंक ने इन खातों को रिजर्व बैंक के निर्देश पर बंद किया है।
एक अखबार में छपी खबर के मुताबिक, करंट अकाउंट बंद हो जाने से कई छोटे कारोबारियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। आपको बता दें अगर ग्राहक ने किसी दूसरे बैंक से लोन लिया है तो बैंक इन ग्राहकों के चालू खाता नहीं खोल सकते हैं।
मालूम हो कि आरबीआई के इस नियम का उद्देश्य कैश फ्लो पर नजर रखना और फंड्स की हेराफेरी पर लगाम लगाना है। आरबीआई ने बताया कि नई गाइडलाइन के मुताबिक, लोन लेने वाले कई बैंकों में चालू खाते खुलवाकर फंड्स की हेराफेरी कर रहे थे, जिसकी वजह से बैंक ने इन सभी ग्राहकों के खाते को बंद करने का आदेश दिया है। आरबीआई के नए नियम की वजह से ग्राहकों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। एक सरकारी बैंक के सीनियर अधिकारी ने बताया कि हजारों अकाउंट्स बंद करने के लिए मजबूर किया गया है। अगर सभी बैंकों की बात की जाए तो यह संख्या लाखों में हो सकती है। बैंक ने ग्राहकों को ईमेल और मैसेज भेजकर इस बारे में जानकारी दे दी है। एसबीआई ने अपने ग्राहकों को भेजे गए लैटर में कहा है कि आरबीआई की ओर से जारी किए गए निर्देशों के तहत आपके चालू खाते को बंद किया जा रहा है। आप हमारी ब्रांच में कैश, क्रेडिट और ओवरड्राफ्ट की सुविधा का फायदा ले सकते हैं। आपसे अनुरोध है कि 30 दिन के भीतर अपना करेंट अकाउंट बंद करने की व्यवस्था करें। स्टेट बैंक ने 60,000 से भी ज्यादा खातों को बंद किया है। बता दें पिछले साल बनाए गए नियम के मुताबिक, लोन लेने वाले का केवल उसी बैंक में चालू खाता हो सकता है जिसमें उसकी कुल उधारी का कम से कम 10 फीसदी हिस्सा हो।