लंदन,ब्रिटेन की सरकार ने तय कर लिया है कि वो ब्रिटिशर्स को फिट बनाकर ही मानेगी। इसके लिए सरकार उन्हें इनाम, बोनस और पैसों का लालच दे रही है, ताकि वे घर से निकलकर थोड़ी दौड़-भाग करें। ब्रिटेन के पीएम बोरिस जॉनसन खुद भी इस मुहिम में हिस्सा ले रहे हैं। सरकार अगले साल की शुरुआत में इसे लेकर एक ऐप्लिकेशन भी लॉन्च करने जा रही है। ब्रिटिश पीएम बोरिस जॉनसन ने लोगों को मोटिवेट करने के लिए खुद भी वज़न घटाने का प्रण ले लिया है। यूरोप के पश्चिमी हिस्सों में मोटापा एक बड़ी समस्या बन चुका है। खास तौर पर वयस्कों में ये वज़न ज्यादा होने की समस्या देखी जा रही है। हालांकि रिपोर्ट्स कहती हैं कि प्राइमरी स्कूल छोड़ने तक ज्यादातर बच्चे ओबेसिटी के शिकार हो चुके होते हैं। रिपोर्ट के मुताबिक ब्रिटिश परिवारों की ओर से सुपरमार्केट में किए जाने वाले खर्चों पर नज़र रखी जाएगी। उन लोगों को इनाम दिया जाएगा जो अपना कैलोरी इनटेक घटाएंगे। उन्हें भी फ्री टिकट दिए जाएंगे, जो लोग फल और सब्जियों की खरीददारी ज्यादा करेंगे और अनहेल्दी फूड कम खरीदेंगे। जो लोग व्यायाम के लिए आयोजित होने वाले ईवेंट्स में हिस्सा लेंगे या स्कूल पैदल जाएंगे, उन्हें भी सरकार के इस ऐप में एक्स्ट्रा प्वाइंट्स हासिल होंगे। इन प्वाइंट्स को इंसेंटिव, फ्री टिकट और डिस्काउंट्स में कैश कराया जा सकेगा। प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने खुद अपने बढ़े हुए वज़न को कोरोना में ज्यादा बीमार हो जाने की वजह बताया था।ब्रिटिश पीएम ने देश के वज़न घटाओ अभियान का नेतृत्व खुद ही करने का मन बनाया है। इस प्रोग्राम को और भी ज्यादा प्रभावशाली बनाने के लिए दुनिया भर के सफल अभियानों से प्रेरणा ली जाएगी। सिंगापोर में स्टेप चैलेंज खासतौर पर इसके लिए काफी मशहूर हुआ था।
ब्रिटेन भर में फ्री फैट फाइटिंग क्लास चलाई जाएंगी, जिसमें 7 लाख ब्रिटिश नागरिकों को शामिल किया जाएगा। इसके लिए 100 मिलियन पाउंड का पैकेज भी सरकार की ओर से जारी किया गया है। जुलाई में इंग्लैंड के 11 ऐसे इलाकों को इस प्रोग्राम से जोड़ा जाएगा, जहां मोटापा बड़ी समस्या है। मोटापे की वजह से ब्रिटेन में लोगों की उम्र कम हो रही है और टाइप 2 डायबिटीज़, कैंसर और मेंटल हेल्थ जैसी समस्याएं बढ़ रही हैं। मालूम हो कि दुनिया में बहुत से लोगों की सभी शारीरिक समस्याओं की जड़ मोटापा है। खाना-पान पर कंट्रोल न होना और शारीरिक निष्क्रियता इसकी सबसे बड़ी वजह है। दुनिया भर के देशों के लिए मोटापा बडी समस्या बनता जा रहा है।