भोपाल, घरेलू गैस उपभोक्ताओं को यदि सर्विस ठीक से नहीं मिल रही है तो अब वे अपनी गैस एजेंसी को बदल सकेंगे। जी हां, एलपीजी पोर्ट के जरिए ऐसा संभव हो सकेगा। पहले चरण में यह अनूठी सुविधा शनिवार से प्रदेश के पांच शहरों में लागू होने वाली थी, लेकिन उज्जैन और जबलपुर में ही शुरू हो सकी। भोपाल, इंदौर और ग्वालियर शहर को इंडेन ने अभी होल्ड कर दिया है।
जानकारी के अनुसार शनिवार से सिलेंडर पोर्ट की सुविधा 100 जिलों में चालू होनी थी पर 55 जिले में ही इसे चालू किया गया है। बाकी के जो 46 जिले हैं उन्हें कुछ दिन इंतजार करना पड़ेगा। ऐसा गैस एजेंसियों का डाटा फीड न होने के कारण हो रहा है।
ऐसे होगी एलपीजी बुकिंग
एलपीजी पोर्ट की यह सुविधा फिलहाल ऑनलाइन बुकिंग पर ही मिलेगी। इसके लिए इंडियन ऑयल के पोर्टल पर जाकर या इंडियनऑयल एप को डाउनलोड करना होगा। जब ग्राहक अपने मोबाइल एप या ग्राहक पोर्टल के माध्यम से एलपीजी रिफिल की बुकिंग करेंगे तो उन्हें अपने एरिया में डिस्ट्रिब्युटर्स की लिस्ट दिखेगी। ग्राहक एलपीजी रिफिल डिलीवरी प्राप्त करने के लिए अपने एरिया के लिए लागू लिस्ट में से किसी भी डिस्ट्रिब्युटर को चुन सकेंगे।
मनमानी पर लगेगा अंकुश
एलपीजी की पोर्ट सुविधा के शुरू होने से ग्राहकों की समस्या काफी हद तक कम होने की संभावना है। इस नई व्यवस्था में गैस एजेंसी की कोई भूमिका नहीं होगी। ग्राहक ऑनलाइन गैस सिलेंडर रिफिल के समय ही यह तय कर सकेंगे कि वह किस एजेंसी से सिलेंडर लेना चाहते हैं। अभी तक कई बार उपभोक्ता अपनी गैस एजेंसी की सेवाओं से खुश नहीं रहता था और इसकी शिकायत भी करता था। एलपीजी पोर्ट सुविधा शुरू होने के बाद कंपनियों के बीच सर्विस की गुणवत्ता में भी बढ़ोतरी होगी। डिलीवरी एजेंसी के चयन की सुविधा मिलने के बाद गैस एजेंसियों के लिए ग्राहकों की शिकायतों को टालने की प्रवृत्ति भी खत्म हो जाएगी।