भोपाल,मप्र में मानसून एक बार फिर सक्रिय हो गया है। कुछ जिलों में बारिश ने राहत पहुंचाई है तो कुछ जिलों में आफत बन गई है। बारिश के कारण छतरपुर में तीन बहे, एक की मौत हो गई है। बैतूल में ताप्ती बैराज का क्षतिग्रस्त हिस्सा बह गया। वहीं होशंगाबाद में नर्मदा में आधा फीट और तवा डैम में 7 फीट पानी बढ़ा है। मौसम विभाग ने 11 जिलों में अति भारी बारिश और बिजली गिरने का रेड अलर्ट जारी किया है।
मप्र के कई हिस्सों में रात से ही बारिश हो रही है। इसकी वजह से नदियां और नाले उफान पर हैं। वाटर फॉल शुरू हो गए हैं। सबसे ज्यादा राहत मिली है भोपाल और इंदौर को। भोपाल में करीब 22 दिन के इंतजार के बाद सुकून देने वाली बारिश शुरू हो गई। गुरुवार को रुक-रुक कर शहर में बारिश होती रही, तो रात को बारिश ने रफ्तार पकड़ी। शुक्रवार सुबह तेज बारिश ने पूरे शहर को तरबतर कर दिया। इंदौर में 24 घंटे में 9.7 मिमी बारिश हुई। हालांकि जुलाई का कोटा यहां भी पूरा नहीं हुआ है। इधर, मौसम विभाग ने शनिवार सुबह तक प्रदेश के 11 जिलों में भारी से अति भारी बारिश और बिजली गिरने की संभावना के मद्देनजर रेड अलर्ट जारी किया है। वहीं भोपाल, देवास समेत 18 जिलों में भारी बारिश की चेतावनी दी है।
नर्मदा का जलस्तर 935 फीट पर पहुंचा
होशंगाबाद में नर्मदा का जलस्तर सेठानी घाट पर 0.7 फीट तक बढ़कर 935 फीट पर पहुंच गया है। यहां खतरे का निशान 967 फीट पर है। बैतूल, छिंदवाड़ा में तेज बारिश के चलते तवा डैम तेजी से भर रहा है। 24 घंटे में सात फीट पानी बढ़ गया है। यह अब 32 फीट खाली है। उधर, पिछले 24 घंटे में छतरपुर में बारिश में बहने से 1 जबकि पन्ना में बिजली गिरने से 1 युवक की मौत हो गई।
इन जिलों में बारिश का रेड अलर्ट
होशंगाबाद, बैतूल, हरदा, विदिशा, रायसेन, सीहोर, मंडला, उमरिया, डिंडोरी, जबलपुर, छिंदवाड़ा आदि जिलों में कहीं-कहीं शनिवार सुबह तक साढ़े 4 इंच तक(115 मिमी) या इससे ज्यादा बारिश हो सकती है। भोपाल, राजगढ़, शाजापुर, देवास, आगर, नीमच, मंदसौर, गुना, अशोकनगर, शिवपुरी, सिंगरौली, सीधी, रीवा, अनूपपुर, शहडोल, सिवनी, बालाघाट और सागर जिलों में शनिवार सुबह तक ढाई इंच से साढ़े चार इंच(65 मिमी से 115 मिमी) तक बारिश की चेतावनी दी गई है।
अन्य जिलों में भी होगी बारिश
सामान्य से 5 प्रतिशत कोटा कम हो गया था
भोपाल में 22 दिन के इंतजार के बाद बारिश हुई है। जुलाई में अब तक पानी नहीं गिरने से बारिश का कोटा सामान्य से नीचे चला गया था। 22 जुलाई की स्थिति में भोपाल में 327 मिमी बारिश हो चुकी थी, जबकि सामान्य कोटा 346 मिमी का है। हालांकि बीते 24 घंटों के दौरान हुई बारिश के कारण अब कोटा सामान्य से ज्यादा होने की उम्मीद हो गई है।
होशंगाबाद में 4 दिन से रुक-रुक कर बारिश
लंबे इंतजार के बाद होशंगाबाद में एक बार फिर मानसून के एक्टिव होने से मौसम बदला है। पिछले 4 दिनों से रुक-रुककर हो रही बारिश से मौसम खुशनुमा हो चुका है। अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से जिलेभर में बारिश हो रही है। इस दौरान कहीं रिमझिम तो कहीं रुक-रुककर झमाझम बारिश हो रही है। पिछले 24 घंटे में जिले में सोहागपुर में 8 इंच सबसे ज्यादा बारिश दर्ज की। तवा डैम में भी 24 घंटे में 6.6 फीट जलस्तर बढ़ा है।
सीहोर में घरों में घुसा पानी
सीहोर जिले में गुरुवार रात 12:00 बजे से लगातार बारिश जारी है। इछावर, आष्टा, नसरुल्लागंज, बुधनी सहित पूरे जिले भर में बारिश हो रही है। कई गांवों में पानी भर गया है। ग्राम नयापुरा में लोग घरों से पानी निकाल रहे हैं।
ताप्ती में आई बाढ़, मंदिर और ब्रिज डूबा
बैतूल में हो रही लगातार बारिश के चलते ताप्ती नदी का जलस्तर बढ़ गया। बुरहानपुर में खतरे के निशान 220.800 मीटर से 2 मीटर ही जलस्तर नदी का कम है। गुरुवार रात राजघाट किनारे स्थित दो मंदिर भी डूबे नजर आए। बुरहानपुर से जैनाबाद को जोडऩे वाला ब्रिज भी पानी में डूब गया। इससे आवागमन प्रभावित हुआ। शुक्रवार दोपहर तक ताप्ती नदी का जलस्तर कम होने के बाद मंदिर और ब्रिज दिखने लगे।
बीते चौबीस घंटों के दौरान यहां ज्यादा पानी गिरा
मौसम वैज्ञानिक वेदप्रकाश सिंह ने बताया कि बीते चौबीस घंटों के दौरान भोपाल, सीहोर, शाजापुर, आगर, देवास, खंडवा, ओंमकारेश्वर, हरदा, धार, मांडू, बड़वानी, झाबुआ, उज्जैन, मंदसौर में रात भर कहीं-कहीं रुक-रुककर और कई जगह पर लगातार बारिश होती रही। इसके अलावा अलीराजपुर, इंदौर, खरगौन, इंदौर, राजगढ़, अशोक नगर, शिवपुरी, सागर, होशंगाबाद, बैतूल, छतरपुर, ग्वालियर, खजुराहो, पन्ना, रतलाम, नीमच, बुरहानपुर, निवाड़ी, ओरछा, दतिया और मुरैना में सुबह बारिश हुई।