भोपाल, जबलपुर की लोकायुक्त टीम ने भोपाल के हबीबगंज स्टेशन के बाहर एनएचआरएम के इंजीनियर को 3 लाख की रिश्वत लेते हुए दबोचा है। बताया गया है कि आरोपी इंजिनियर रिश्वत मे 2 लाख की नगदी और 1 लाख रुपए का चेक ले रहा था। आरोपी ने सिवनी जिला अस्पताल में 40 लाख रुपए के मेंटेनेंस बिल को पास करने के एवज में 10 परसेंट की घूस मांगी थी। रकम न मिलने पर इंजीनियर ने पिछले एक साल से 5 लाख रुपए का आखिरी बिल का भुगतान रोक रखा था।
लोकायुक्त अधिकारियो ने बताया कि बीती 15 जुलाई को साईं विहार कॉलोनी सुहागी अधारताल जबलपुर मे रहने वाले चंद्रभान विश्वकर्मा ने शिकायत करते हुए बताया था कि वो ठेकेदार हैं। उन्होंने एक साल पहले सिवनी जिला अस्पताल में 40 लाख रुपए मेंटेनेंस का काम कराया था। इसका ठेका सतपुड़ा भवन स्थित राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन भोपाल से हुआ था, ओर वहीं से बिल भी पास होना था। लेकिन राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, भोपाल में तैनात प्रभारी एक्जिक्यूटिव इंजीनियर ऋषभ जैन 58( पिछले एक साल से बिल भुगतान के लिए दौड़ा रहा था। ठेकेदार चंद्रभान विश्वकर्मा के अनुसार 35 लाख रुपए का बिल अलग-अलग पास हो चुका था। लेकिन आखिरी के 5 लाख के बिल को पास करने के लिए ऋषभ जैन टाल मटोल करते हुए उसे परेशान कर रहा था। इस आखरी बिल के भुगतान के ऐवज में वो 10 परसेंट कमीशन मांग रहा था। फरियादी ने अपनी शिकायत मे बताया कि एक लाख रुपए वह पहले दे चुका है, वही इंजिनियर तीन लाख रुपए और मांग रहा है। लोकायुक्त अफसरो ने शिकायत के आधार पर उसकी जॉच करते हुए फरियादी को रिकॉर्डर देकर आरोपी के पास भोपाल भेजा। वहां उनकी बातचीत को ट्रैप कराया। इस दौरान आरोपी इंजिनियर ने ठेकेदार को रकम लेकर 20 जुलाई की सुबह हबीबगंज स्टेशन के बाहर चंद्रभान विश्वकर्मा को बुलाया था। लोकायुक्त अधिकारियो ने जाल बिछाया ओर ठेकेदार को लेकर भोपाल पहुंची। आरोपी इंजिनियर ऋषभ जैन ने ठेकेदार चंद्रभान विश्वकर्मा को हबीबगंज स्टेशन पर बुलाया था। अपनी योजना के मुताबिक सुबह नौ बजे चंद्रभान ने वहां पहुंचने की बात कही। चंद्रभान ने ट्रेन से आने के बारे में बताया था। सफेद कुर्ता पायजामा पहने ऋषभ जैन पहुंचा और जैसे ही रिश्वत की रकम ली, वहां पहले से जाल बिछाकर बैठी लोकायुक्त टीम ने उसे दबोच लिया। लोकायुक्त टीम ने आरोपी के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम का प्रकरण दर्ज कर लिया है। अधिकारियो का कहना है कि आरोपी की आय की भी जांच की जाएगी। लोकायुक्त टीम के मुताबिक आरोपी एक्जिक्यूटिव इंजीनियर ऋषभ जैन के राजधानी भोपाल के चूनाभट्टी और नेहरू नगर इलाके में एक-एक मकान है। वहां भी छापे मारे गए हैं, जहां उनकी संपत्ति की जांच की जा रही है।