मुंबई में कम हो रहे कोरोना के मामले, अस्पतालों में 85 प्रतिशत बेड खाली

मुंबई, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे द्वारा राज्य में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए लगाए गए सख्त लॉकडाउन का असर अब जमीनी स्तर पर दिखने लगा है. कोरोना के घटते मामलों के साथ ही राज्य के कोविड अस्पतालों के बेड भी खाली हो रहे हैं. जानकारी के मुताबिक कोविड-19 रोगियों को समर्पित अस्पताल के लगभग 85 प्रतिशत बेड मुंबई में खाली पड़े हैं. इन खाली अस्पतालों में डॉक्टर्स एक बार फिर रेगुलर हेल्थ चेकअप के लिए शुरू करने की योजना बना रहे हैं. दरअसल, कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच राज्य में कई सर्जरी लंबित हैं. इन अस्पतालों के बेड का इस्तेमाल अब डॉक्टर सर्जरी के लिए करना चाहते हैं. बताया गया है कि मुंबई में 23,270 कोविड-19 बेड में से करीब 19,411 शुक्रवार को खाली थे. उनमें से 18,300 से अधिक जंबो, निजी और सार्वजनिक अस्पतालों में थे, जबकि बाकी कोविड-19 देखभाल केंद्रों में गैर-गंभीर मामलों के लिए थे. करीब 85 फीसदी आइसोलेशन बेड और 55 फीसदी आईसीयू बेड पर कोई भी मरीज नहीं था. रिपोर्ट में कहा गया है कि वेंटिलेटर सपोर्ट वाले लगभग 47 प्रतिशत बेड भी आरक्षित नहीं थे. 9 जुलाई को परेल स्थित केईएम अस्पताल में एक भी कोरोना मरीज की मौत नहीं हुई. अस्पताल के डीन डॉ. हेमंत देशमुख ने कहा कि कोरोना मामलों में गिरावट के कारण अस्पताल में 60 प्रतिशत नियमित स्वास्थ्य कार्य फिर से शुरू हो गया है. वर्तमान में हमारे पास 500 गैर-कोविड रोगी हैं. उन्होंने कहा, उस अस्पताल के वार्ड नंबर 6 को 35 बेड के साथ जोड़ते हुए, शुक्रवार को केवल 16 मरीज थे और संख्या बढ़ने पर अधिक कोविड-19 बेड जोड़े जा सकते हैं. आपको बता दें कि अप्रैल में कोरोना महामारी की दूसरी लहर के दौरान, महाराष्ट्र कोविड-19 टास्क फोर्स ने सभी अस्पतालों को निर्देश दिया था कि वे कोविड-19 रोगियों के लिए ऑक्सीजन की मांग को पूरा करने के लिए नियमित सर्जरी को स्थगित कर दें क्योंकि राज्य में प्रतिदिन औसतन 9,000 कोरोना वायरस मामले सामने आ रहे थे.

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