भोपाल, मप्र में गुरुवार से बिजली की नई दरें लागू कर दी गई। लेकिन जून की खपत के जारी हुए बिल अभी से झटका दे रहे हैं। लॉकडाउन के कारण तीन महीने तक रीडिंग ठीक से नहीं हो पाई थी। नतीजा यह हुआ कि पिछले महीने घरों में रीडिंग हुई तो तीन महीने की वास्तविक खपत के हिसाब से अब बिल जारी हो रहे हैं। बिजली नियामक आयोग ने 1 जुलाई को 0.68 फीसदी बिजली महंगी कर दी थी।
बिजली कंपनी ने 10 पैसे तक प्रति यूनिट के हिसाब से नए स्लैब तैयार कर लिए हैं। इस हिसाब से बिल जारी किए जाएंगे। हालांकि एक राहत यह है कि फ्यूल कास्ट एडजस्टमेंट के नाम पर 20 पैसे प्रति यूनिट की कमी की गई है। इसका मतलब यह है कि नई दरों के हिसाब से बिल में 20 से 26 रुपए का इजाफा होगा। लेकिन एफसीए के नाम पर 20 पैसे की कमी होने से यह वृद्धि नहीं हो पाएगी।