भोपाल, भाजपा में कोई मतभेद नहीं है। कांग्रेस के नेताओं ने अफवाह फैलाई लेकिन इसका भाजपा पर कोई प्रभाव नहीं पडऩे वाला। यह बात राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बुधवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मुलाकात के बाद कही। प्रदेश भाजपा में चल रही सरगर्मियों के बीच राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया बुधवार को भोपाल पहुंचे। वे एयर पोर्ट से सीधे प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा के घर पहुंचे। दोनों नेताओं के बीच बंद कमरे में मुलाकात की। लंच भी किया। दरअसल, सिंधिया ने अपने समर्थक नेताओं को निगम-मंडलों में एडजस्ट कराने के लिए भोपाल में सत्ता और संगठन के प्रमुखों से मुलाकात की।
इससे पहले सिंधिया ने अपने प्रवास को लेकर उन्होंने कहा कि भाजपा मेरा घर है, इसलिए मैं सबसे मिलने आया हूं। इसके बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मिलने सीएम हाउस पहुंचे। यहां एक घंटे तक मुलाकात की। सिंधिया ने कहा- सीएम के साथ कोरोना नियंत्रण और संभावित तीसरी लहर को देखते हुए वैक्सीनेशन और संगठन को मजबूत करने पर भी चर्चा हुई। सीएम से मुलाकात के बाद नगरीय विकास एवं आवास मंत्री भूपेंद्र सिंह से मिलने के बाद वे संघ कार्यालय समिधा पहुंचे। वहां मध्य क्षेत्र प्रचारक दीपक विस्पुते के साथ अकेले में मुलाकात की। इसके बाद वे मंत्री गोपाल भार्गव के घर गए और उनके साथ डिनर किया।
मुझे जनसेवा से मतलब
निगम-मंडल में नियुक्तियों के लेकर कहा कि हमेशा पद के साथ राजनीति को नहीं जोडऩा चाहिए। कांग्रेस के बयानों पर सिंधिया ने कहा कि मुझे भाजपा और प्रदेश की जनता से मतलब है। कांग्रेस क्या कर रही है, क्या बोल रही है? मैं इस बारे में नहीं सोचता। उन्होंने कहा कि भाजपा में कोई मतभेद नहीं है। यह अनुशासित पार्टी है। इसी आधार पर चलती रहेगी। केंद्रीय मंत्री बनने के सवाल पर बोले कि मुझे जनसेवा से मतलब है। जितिन प्रसाद के भाजपा में शामिल होने पर सिंधिया ने कहा कि वे मेरे भाई हैं। जिस राजनीतिक दल ने देश के विकास में नई इबारत लिखी है, उस भाजपा में उनका स्वागत है।
कांग्रेसी हर बात पर सवाल उठाते हैं
भोपाल में नेताओं से मुलाकात के सवाल पर कहा कि हम आपस में मिले तो आप (कांग्रेस) दुखी, ना मिले तो सवाल उठाते हैं। वे ही बता दें कि हमें क्या करें, जिससे आप खुश हों? सिंधिया और प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा के बीच मुलाकात को लेकर ऐसा माना जा रहा है कि निगम-मंडलों में नियुक्तियों को लेकर इनके बीच चर्चा हुई।
चुनाव में हारे समर्थकों के पुनर्वास पर जोर
ऐसा माना जा रहा है कि ऐदल सिंह कंषाना, मुन्नालाल गोयल व गिर्राज दंडोतिया का पुनर्वास हो जाएगा। इसको लेकर सिंधिया ने वीडी शर्मा से चर्चा की।
सिंधिया बोले भाजपा के अंदर कोई मतभेद नहीं
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