नई दिल्ली, पीएनबी घोटाला मामले में आरोपी और भगोड़े हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी के प्रत्यर्पण की कवायद तेज होती दिख रही है। फिलहाल, डोमिनिका की जेल में बंद भगोड़े हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी को वापस लाने के लिए भारत का एक विमान डोमिनिका पहुंच गया है। खुद एंटीगुआ के प्रधानमंत्री गैस्टन ब्राउनी ने इसकी पुष्टि की है। एंटीगुआ के प्रधानमंत्री गैस्टन ब्राउनी ने कहा कि भारत से एक प्राइवेट जेट डोमिनिका के डगलस-चार्ल्स हवाई अड्डे पर पहुंचा। बता दें कि बीते दिनों भगोड़ा मेहुल चोकसी डोमिनिका में पाया गया था, जिसके बाद उसे डोमिनिकल पुलिस ने हिरासत में ले रखा है। बताया जा रहा है कि उस पर डोमिनिका में अवैध प्रवेश का आरोप लगा है। एक चैनल से प्रधानमंत्री गैस्टन ब्राउनी ने कहा कि मेरी समझ यह कहती है कि भारत सरकार ने यह पुष्टि करने के लिए भारत में अदालतों से कुछ दस्तावेज भेजे हैं कि मेहुल चोकसी वास्तव में एक भगोड़ा है और मुझे लगता है कि दस्तावेजों का उपयोग अदालती मामले में किया जाएगा क्योंकि आप जानते हैं कि डोमिनिका में न्यायाधीश ने उसके प्रत्यर्पण पर बुधवार तक रोक लगा दी है। इसलिए भारत सरकार यह सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है कि उसे मुकदमा चलाने के लिए भारत वापस लाया जाए। मेहुल चौकसी की डोमिनिका जेल से पहली तस्वीर सामने आई। तस्वीर में मेहुल चोकसी को सलाखों के पीछे खड़ा दिखाई दे रहा है। लोहे का गेट कुछ वैसा ही दिख रहा है जैसे लॉक-अप रूम दिखता है। मेहुल चोकसी डोमिनिका में क्रिमिनिल इन्वेस्टीगेशन डिपार्टमेंट की कस्टडी में है। सीआईडी ने उसे चार दिन पहले गिरफ्तार किया गया था। मेहुल चोकसी की कुछ और तस्वीर सामने आई है। एक तस्वीर में वो अपने हाथ को दरवाजे से बाहर निकालकर दिखाता हुआ नजर आ रहा है। उसके हाथ पर चोट के निशान भी दिखाई दे रहे हैं। मेहुल चोकसी ने आरोप लगाया है कि उसके साथ जेल में मारपीट की गई है। साक्ष्य के रूप में वो अपने हाथ पर लगे चोट के निशान को दिखा रहा है। वहीं, मेहुल चोकसी के डोमिनिका में पकड़े जाने के बाद एंटीगुआ के प्रधानमंत्री गैस्टन ब्राउनी ने कहा था कि उन्होंने डोमिनिका को मेहुल चोकसी को सीधे भारत को सौंपने के लिए कहा है। मगर डोमिनिका की कोर्ट ने उसके प्रत्यर्पण पर रोक लगा दी है और अब इस मामले की सुनवाई 2 जून को होगी। इधर, सूत्रों की मानें तो भारत सरकार के उच्च अधिकारी भी अगले सप्ताह डोमिनिका की यात्रा कर सकते हैं, ताकि मेहुल चोकसी को भारत लाया जा सके।