कोलकाता, कतर में सख्त पृथकवास से गुजर रहे भारतीय फुटबॉल टीम के मुख्य कोच इगोर स्टिमक ने कहा कि आगामी विश्व कप और एशियाई कप क्वालीफायर के लिए उनकी टीम की तैयारी आदर्श स्थिति से काफी कम हुई है। विश्व कप 2022 की दौड़ से भारतीय टीम पहले ही बाहर हो चुकी है, लेकिन उसके पास 2023 एशियाई कप के लिए क्वालीफाई करने का मौका है।
टीम तीन जून को एशियाई चैम्पियन कतर के खिलाफ अपना अभियान शुरू करेगी, जिसके बाद ग्रुप ई के बाकी मैचों में उसे बांग्लादेश (सात जून) और अफगानिस्तान (15 जून) के खिलाफ खेलना है। सुनील छेत्री की अगुवाई में टीम पहले से तय 30 मई की जगह 19 मई को ही कतर पहुंच गई। पृथकवास के कड़े नियमों के कारण हालांकि उन्हें एक साथ जिम जाने, बैठक करने या एक साथ खाना खाने की अनुमति नहीं है। स्टिमक ने कहा कि अगर मुझे पता होता कि सब कुछ इस तरह से होगा तो हम भारत में ही अभ्यास करना पसंद करते।
हम भारत में अपने मुताबिक अभ्यास कर सकते थे। हमने दो घरेलू मैच खेलने की संभावना खो दी है। उन्होंने कहा कि विश्व कप के लिहाज से देखे तो हमारी तैयारी कही नहीं ठहरती। यह विश्व कप क्वालीफायर की तैयारियों के लिए सही इंतजाम नहीं है। टीम के लिए की गई व्यवस्थाओं से निराश स्टिमक ने कहा कि मैं अच्छी तरह से जानता हूं कि कतर विश्व कप का भविष्य का मेजबान है, और हम सभी फुटबॉल टीमों के लिए यहां अच्छी सुविधाओं के बारे में जानते हैं।
एक कोच और व्यक्तिगत तौर मुझे और अधिक की उम्मीद थी। मुझे पता है कि महामारी के कारण हमने अपनी सभी योजनाओं को बदल दिया है। मैं यहां समय से पहले आने देने के लिए कतर सरकार का शुक्रगुजार हूं। भारतीय खिलाड़ी मौजूदा परिस्थितियों में अपने होटल कमरे के सामने कोरिडोर में अभ्यास कर रहे है और क्रोएशिया के 53 साल के इस कोच ने कहा कि मुझे इसकी उम्मीद नहीं थी। मुझे एक कोच के रूप में उम्मीद थी कि हमें जिम का उपयोग करने की छूट होगी। हम कमरों के बाहर अभ्यास कर रहे है, हमारे खिलाड़ी डिलीवरी वाला खाना खा रहे है। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस जांच में तीन बार नेगेटिव आने के बाद भी हमें एक साथ समय बिताने की छूट नहीं है।
गोवा एफसी और बेंगलुरु एफसी की टीमों के खिलाड़ियों के अलावा भारतीय टीम के दूसरे सदस्य लंबे समय से खेल से दूर है। कोच ने कहा कि मैं जानता हूं कि तैयारी के मामले में हमारी स्थिति अच्छी नहीं है। कतर की टीम पूरी तरह से तैयार है। बांग्लादेश के खिलाड़ी हाल तक घरेलू लीग में खेल रहे थे। अफगानिस्तान के खिलाड़ी भी यूरोप और अमेरिकी लीग में खेल रहे थे।