ग्वालियर, जिले के बिलौआ कस्बे में दो भाइयों से फर्जी दुल्हनों से शादी कराकर रुपए ठगने वाले आरोपी बाबूलाल जैन को बिलौआ पुलिस ने इंदौर से गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी ठग गैंग में बिचौलिए की भूमिका निभाता था और फर्जी दुल्हनों से शादी कराकर दुल्हनों द्वारा समेटे जाने वाले जेवरातों को आपस में बांट लेते थे।
बिलौआ कस्बे में रहने वाले वीरेंद्र जैन ने अपने दो पुत्र दीपक और सुमित की शादी की बात इंदौर में रहने वाले अपने परिचित बाबूलाल जैन से की। जिस पर बाबूलाल ने दो लड़कियां दिखाकर शादी करने के लिए कहा। वीरेंद्र जैन द्वारा सात लाख रुपए देकर शादी पक्की कर दी थी। ३ दिसंबर २०२० को दीपक जैन की शादी नंदिनी मित्तल और सुमित की शादी रिंकी मित्तल के साथ हुई थी। पंद्रह दिन तो दोनों बहनें ससुराल में रहीं इसके बाद अचानक गायब हो गईं। कई दिनों तक दोनों भाई फोन पर उनसे आने की कहते रहे, लेकिन वह बाद में आने की बात कहकर टालती रहीं। इसी बीच ९ जनवरी २०२१ को पिता वीरेंद्र जैन का निधन हो गया। जिसकी सूचना मिलने पर दोनों बहनें ससुराल वापस आ गई। लेकिन अगले दिन ही ८ लाख रुपए के जेवर लेकर गायब हो गईं। परिजनों ने जब उनके द्वारा बताया गया पता चैक किए तो वह फर्जी निकले। ३१ मार्च को इस मामले में वीरेंद्र जैन ने बिलौआ थाने में नंदिनी मित्तल, रिंकी मित्तल, संदीप मित्तल, आकाश, बाबूलाल जैन, रीना मित्तल के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। बिलौआ एसआई जीत बहादुर ने बताया कि मंगलवार को पुलिस को सूचना मिली बिचौलिए की भूमिका निभाने वाला बाबूलाल इंदौर में ही छिपा हुआ है। जिसके चलते पुलिस उसे पकड़ कर बिलौआ ले आई। पूछताछ में बाबूलाल ने बताया कि वह इस तरह कई शादियां करा चुका है और ठगी में मिले रुपयों को वह आपस में बांट लेते थे।