जबलपुर,नाटकीय ढंग से जिला कोर्ट से गिरफ्तार हुये हरकरण सिंह मोखा के बेटे को मंगलवार को पुलिस ने मुलाहिजा कराने के बाद कोर्ट में पेश किया और तीन दिन के लिये आवेदन किया. कोर्ट ने हरकरण की तीन दिन की रिमांड मंजूर कर ली है. इधर मोखा की भी पुलिस रिमांड लेने जा रही है उसके बाद आज हरकरण सिंह मोखा और सरबजीत सिंह मोखा को आमने सामने बैठा कर पुलिस पूछताछ करेगी. जानकारी के मुताबिक मंगलवार को की गई प्रारंभिक पूछताछ में हरकरण कहा कहना है की सारे निर्णय पिता सरबजीत िंसह मोखा और मैनेजर सोनिया लेते थे. वहीं सूत्रों का यह भी कहना है की उसने दो जगह नकली इंजेक्शन देने की बात स्वीकार की है. फिलहाल जांच हरकरण सिंह मोखा, देवेश और सोनिया के ट्रायएंगल में ही घूम रही है. पुलिस को उम्मीद है की पिता-पुत्र को साथ बैठाने और हरकरण के मोबाईल आदि की जांच करने से कई अहम सुराग पुलिस को लगेंगे.
कर्मचारियों से पूछताछ जारी
कोरोना संक्रमित मरीजों को नकली रेमडेसीविर इंजेक्शन लगाने एवं अन्य स्थानों में इंजेक्शन की सप्लाई करने के मामले में एसआईटी सिटी अस्पताल के कर्मचारियों से लगातार पूछताछ कर रही है। सिटी अस्पताल की मैनेजर सोनिया खत्री और अभिषेक से हुई पूछताछ सहित पुलिस रिमांड पर लिए गए फार्मासिस्ट देवेश चौरसिया ने एसआईटी को नकली रेमडेसीविर इंजेक्शनों की आवक के संबंध में कुछ महत्तवपूर्ण जानकारी दी थी।
क्या है पूरा मामला
पूरा मामला एक मई को गुजरात पुलिस ने नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन फैक्टरी का भंडाफोड़ किया था। इस मामले में
७ लोगों को गिरफ्तार कर पूछताछ के आधार पर ६ मई को जबलपुर के आशा नगर निवासी सपन जैन को गुजरात पुलिस गिरफ्तार कर ले गई थी। सपन जैन, सिटी अस्पताल के कर्मी देवेश चौरसिया और इंदौर में गिरफ्तार क्षितिज राय, यश मेहंदी और विजय सहजवानी ने सिटी अस्पताल के संचालक सरबजीत मोखा की भूमिका को उजागर किया था। मोखा ने २३ व २८ अप्रैल को गुजरात की नकली फर्म से २ कॉर्टून इंजेक्शन अम्बे ट्रांसपोर्ट के माध्यम से वाया इंदौर मंगवाया था। इधर देवेश से हुई पूछताछ के बाद एसआईटी ने सरबजीत सिंह मोखा के बेटे हरकरण को आरोपी बनाया गया था। पुलिस पूछताछ में हरकरण ने २ नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन देवेश चौरसिया को देने की बात कबूली है।
हरकरण सिंह मोखा को पुलिस रिमांड, अब पिता पुत्र को सामने बैठाकर होगी पूछताछ
