अगर जडेजा पेसर होते तो ही मैं और कुलदीप टीम में साथ खेल पाते

नई दिल्ली, लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल ने कहा है कि टीम इंडिया में वह और कुलदीप यादव एक साथ खेल सकते हैं, बशर्ते इसके लिए रवींद्र जडेजा को मध्यम तेज गेंदबाज होना चाहिए। कुलदीप और चहल की जोड़ी ने अब तक अच्छा प्रदर्शन किया है लेकिन बीते कुछ समय से दोनों एक साथ टीम में नजर नहीं आए हैं। जडेजा अपनी खराब फॉर्म के बाद 2017 में सीमित ओवरों की टीम से बाहर हो गए थे, हालांकि एक साल बाद वह वापसी करने में कामयाब हुए। उनके चलते टीम मैनेजमेंट एक ही कलाई के स्पिनर को प्राथमिकता देता है। हार्दिक पंड्या चोट के बाद से गेंदबाजी नहीं कर पा रहे हैं, कुलदीप को टीम में रखा तो जाता है लेकिन ज्यादातर मौकों पर वह बेंच पर ही नजर आए हैं। चहल ने कहा कि जब वह और कुलदीप साथ में खेलते थे, तो हार्दिक भी गेंदबाजी करते थे।
उन्होंने कहा, ‘हार्दिक भी तब टीम में थे और गेंदबाजी करते थे। साल 2018 में हार्दिक को चोट लगी और रवींद्र जडेजा की (सीमित ओवरों के फॉर्मेट) वापसी हुई। वह ऑलराउंडर हैं और नंबर-7 पर बल्लेबाजी भी कर सकते हैं। लेकिन यह दुर्भाग्य है कि वह भी स्पिनर हैं, ऐसे में मैं और कुलदीप साथ खेलें तो उसके लिए जडेजा को मीडियम पेसर होना चाहिए था। यही टीम की मांग है। चहल ने कहा, ‘कुलदीप और मैं, हर सीरीज में 50-50 फीसदी मैच खेलते थे। कभी उन्हें 5 में से तीन में मौका मिलता तो कभी मुझे। टीम कॉम्बिनेशन सबसे अहम है और 11 खिलाड़ी टीम बनाते हैं, ऐसे में ‘कुल-चा’ फिट नहीं हो पाते। टीम को ऐसे ऑलराउंडर की जरूरत है जो नंबर-7 पर बल्लेबाजी भी कर सके। मुझे खुशी है कि मैं खेलूं या ना खेलूं, लेकिन टीम जीत रही है। 2017 चैंपियंस ट्रॉफी के बाद कुलदीप और चहल ने भारत के स्पिन विभाग की जिम्मेदारी संभाली थी और कई सीरीज में दम दिखाया। चहल फिलहाल श्रीलंका दौरे की तैयारियों में लगे हैं। कुलदीप ने अपने करियर में अभी तक 7 टेस्ट, 63 वनडे और 21 टी20 इंटरनेशनल मैच खेले हैं। उनके नाम टेस्ट में 26, वनडे में 105 और टी20 इंटरनैशनल में कुल 39 विकेट हैं। वहीं, युजवेंद्र चहल की बात करें तो उन्हें अभी तक टेस्ट क्रिकेट में मौका नहीं मिला है। उन्होंने अब तक 54 वनडे में 92 और 48 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में कुल 62 विकेट लिए हैं।

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