भोपाल, मप्र में ताऊ ते तूफान के कारण हो रही बारिश ने अन्नदाता की उमीदों पर पानी फेर दिया है। बारिश के कारण सतना, रीवा, सागर, दतिया, होशंगाबाद सहित कई जिलों में लाखों क्विंटल गेहूं खरीदी केंद्रों पर भीग गया है। वहीं उपार्जन केन्द्रों में समर्थन मूल्य पर गेहूं की फसल बेंचने पहुंचे अन्नदाता की उम्मीदे बर्बाद हो रही है। दो सप्ताह से ज्यादा लाइन लगाए खरीदी केंद्रों में खड़ी ट्रॉलियों रखा गेहूं मूसलाधार वर्षा से तबाह हो रहा है। किसानों का आरोप है कि सरकारी सिस्टम की लापरवाही से गेहूं सड़ रहा है। शहर से लेकर गांव तक कोई किसानों की सुनने वाला नहीं है।
किसानों की मेहनत पर पानी अफसरों की लापरवाही से फिरा है। गेहूं खरीदी के बाद केंद्रों से नागरिक आपूर्ति निगम के अफसरों ने गेहूं का उठवाया ही नहीं। परिवहन की व्यवस्था न होने के कारण गेहूं भीगा है, जबकि एक सप्ताह से सबको पता था कि तूफान की वजह से बारिश होने वाली है। इसके बाद भी अफसर सोए रहे। सतना, रीवा, सागर, दतिया, होशंगाबाद, गुना समेत कई जगहों पर खुले में खरीदी केंद्रों पर रखा लाखों क्विंटल गेहूं भीग गया। अकेले विंध्य के दो जिले सतना और रीवा में 120 करोड़ रुपए के गेहूं को नुकसान पहुंचा है।
सतना में भारी नुकसान के बाद टूटी नींद
सतना जिले के खरीदी केंद्रोंं पर हजारों क्विंटल गेहूं भीगा है। किसान संगठनों के अनुमान के मुताबिक यह नुकसान 120 करोड़ का है। सतना जिले के खरीदी केन्द्रों में इस कदर पानी भरा है कि कई खरीदी केन्द्रों में किसान डीजल पंप लगाकर पानी निकाल रहे है। सबसे ज्यादा हालात खराब बिरसिंहपुर तहसील क्षेत्र प्रपापपुर खरीदी केन्द्र व कोठी क्षेत्र के शिवसागर का है। जिन केन्द्रों में गेहूं का उडाव नहीं हो पाया है उसमे शिवराजपुर, पडऱौत, कोटर, अबेर, तिहाई, गोलहटा, मिगरौती, अमरपाटन क्षेत्र के देवरी, जगदीशपुर, सिंहपुर खरीदी केन्द्रों में करोड़ों रुपए का गेहूं नष्ट हो चुका है। इन केन्द्रों में हाल अब यह है कि गेहूं अंकुरित हो रहा है। साथ ही सडऩे के कारण बदबू आने लगी है।
रीवा में ढाई लाख क्विंटल गेहूं का उठाव नहीं
रीवा जिले में अब तक 16 लाख 67 हजार क्विंटल गेहूं की खरीदी हुई है। जिसमे से दो लाख 69 हजार क्विंटल गेहूं अभी तक उठाव न होने की वजह से खरीदी केन्द्रों में ही रखा हुआ था। कई जगह यह गेहूं खुले में ही रखा है। जहां पर बारिश से बचाने के लिए पर्याप्त इंतजाम नहीं किए गए है। ऐसी संभावना है कि जिले में दो लाख क्विंटल से ज्यादा गेहूं बारिश की भेंट चढ़ा है।
दतिया में 2 लाख क्विंटल भीगा
खराब मौसम को देखते हुए दतिया के केंद्रों पर खरीदी बंद कर दी गई। इसकी वजह से टॉलियों की लंबी लाइन लग गई। लेकिन इसके बाद भी पहले से खरीदा गया गेहूं का उठावा नहीं किया गया। बारिश में 2 लाख क्विंटल गेहूं भीग गया। वहीं किसानों को अपना गेहूं बचाने के लिए परेशान होना पड़ा।
होशंगाबाद में 26 हजार क्विंटल खुले में
बारिश के कारण कृषि मंडी में खुले में रखा अनाज भीग गया। जिले के 69 हजार 135 किसानों से 7 लाख 69 हजार 108 मीट्रिक टन गेहूं की खरीदी हुई। अभी 7 लाख 42 हजार 380 मीट्रिक टन गेहूं का ही परिवहन हुआ है। अभी 26 हजार 728 मीट्रिक टन गेहूं का परिवहन बाकी है।
सागर में खरीदी केंद्रों से नहीं हुआ उठाव
ताऊ ते चक्रवाती तूफान के असर से सागर जिले में वैशाख के माह में आषाढ़ की तरह बारिश हुई। मूसलाधार बारिश से पूरा जिला तरबतर हुआ। सोमवार शाम से शुरू हुई बारिश रुक-रुक कर मंगलवार सुबह तक जारी रही, लेकिन यहां भी गेहूं का उठाव नहीं हुआ। खरीदी केंद्रों पर कीचड़ हो गया है। गेहूं भीग गया है।