भोपाल, कोरोना अब मध्य प्रदेश को कुछ राहत देता दिख रहा है। यहां अब कोरोना कंट्रोल में आने लगा है। संक्रमण की दर लगातार घट रही है जो गिरकर 9 फीसदी पर आ गयी है। वहीं रिकवरी रेट बढ़कर 90 प्रतिशत के पास पहुंचने वाला है। कोरोना कफ्र्यू के कारण हालात नियंत्रण में आते दिख रहे हैं।
प्रदेश सरकार के प्रवक्ता और गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा निरंतर मॉनिटरिंग और जनता के सहयोग से कोरोना नियंत्रण की स्थिति में आता जा रहा है। उन्होंने बताया कोरोना से बीमार होने वाले मरीजों की दर अब 9.1 रह गई है जबकि उसके मुकाबले रिकवरी की दर बढ़कर 87.5 प्रतिशत हो गई है। प्रदेश के उत्तरी इलाकों के जिलों में संक्रमण की दर 9 प्रतिशत के नीचे आ गई है। प्रदेश के अधिकांश जिले जिलों में संक्रमण की दर डबल डिजिट के अंदर आ गई है।
24 घंटे में 5,921 कोरोना संक्रमित मिले
मप्र में कोरोना की रफ्तार में कमी आई है। सरकार का दावा है कि ये कफ्र्यू का असर है। 24 घंटे में प्रदेश में 5,921 नए केस सामने आए। 46 दिन में यह सबसे कम हैं। प्रदेश में एक्टिव केस घटकर 88 हजार 983 हो गए हैं। इसमें से 29 हजार 948 गांवों में मिले, जो कुल एक्टिव केस का 34 प्रतिशत है। पॉजिटिविटी रेट घटकर 9 प्रतिशत पर आ गया है।
स्वास्थ्य विभाग की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक कोरोना से अब तक 7,069 मरीजों की मौत हो चुकी है। इसमें रविवार को हुई 77 मौत शामिल हैं। इंदौर, भोपाल व ग्वालियर में 8-8 और जबलपुर में 5 मरीजों की मौत हुई। इंदौर में सबसे ज्यादा 1,307 नए कोरोना संक्रमित मिले। भोपाल में 657 नए मरीज मिले। यह 40 दिन में सबसे कम है। जबलपुर में 421 व ग्वालियर में 201 नए संक्रमित मिले। जबकि 15 जिलों में 50 से कम नए कोरोना संक्रमितों की पहचान हुई। पिछले 24 घंटे में राज्य में 64 हजार 741 सैंपल की कोरोना जांच की गई। वहीं सक्रिय मरीजों के मामलों में भी कमी आ रही है।
पॉजिटिविटी रेट घटकर 9 प्रतिशत हुआ
प्रदेश में पॉजिटिविटी रेट घटकर अब 9 प्रतिशत हो गया है। कोरोना की दूसरी लहर में सबसे अधिक पॉजिटिविटी रेट 18 अप्रैल को 25 प्रतिशत पहुंच गया था, लेकिन इसके बाद इसमें लगातार कमी आ रही है। रिकवरी रेट 16 मई को बढ़कर 87 प्रतिशत हो गया है।
9 जिलों में 5 प्रतिशत या इससे कम पॉजिटिविटी रेट
प्रदेश के 9 जिलों छिंदवाड़ा, बड़वानी, भिंड, गुना, अशोकनगर, झाबुआ, खंडवा, बुरहानपुर, अलीराजपुर की साप्ताहिक पॉजिटिविटी रेट 5 प्रतिशत या इससे कम है।
गांव में किल कोरोना अभियान
नरोत्तम मिश्रा ने बताया कि गांव पर भी फोकस है। गांवों में किल कोरोना अभियान को गति दी गई है। गांव में संक्रमण रोकने के लिए सरकार ने पहले से ही तैयारी की थी। सरकार ने 5 सदस्यों की टीम बना दी है जिसमें आशा, उषा कार्यकर्ता, पटवारी, सचिव, कृषि विभाग के लोगों को रखा गया हैं। गांवो के बाहर क्वारंटीन सेंटर बनाए गए हैं। किट पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध करा दी गई हैं। जहां भी शक होता है उन्हें तत्काल किट मुहैया कराई जा रही है। गांव में भी संक्रमण की दर धीरे धीरे नियंत्रण में आ जाएगी।
विपक्ष पर साधा निशाना
नरोत्तम मिश्रा ने कहा प्रधानमंत्री मोदी कोरोना से लड़ रहे हैं और सारे विपक्षी प्रधानमंत्री से लड़ रहे हैं। पहले वैक्सीन पर सवाल उठा रहे थे। वैक्सीन को बर्बाद तो नहीं होने दिया जा सकता था। जन जागृति अभियान चला रहे हैं लोगों को जागरूक कर रहे हैं वैक्सीन लगवाने के लिए। हम इमरजेंसी की तरह जबरदस्ती नहीं कर सकते। जब जबरन नसबंदी करा दी गई थी। उन्होंने चिरायु अस्पताल में आयुष्मान कार्ड से इलाज नहीं करने के मामले पर कहा कि अस्पताल के मालिक ने स्वयं ही खंडन कर दिया है।