गौतमबुद्धनगर, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रविवार को यहाँ के दौरे पर थे। उन्होंने यहां पर टीकाकरण केंद्र का निरीक्षण करने के साथ ही जनप्रतिनिधियों, अधिकारियों और अन्य लोगों के साथ बैठक की और कोरोना के खिलाफ चल रही जंग में किए जा रहे कार्यों के संबंध में जानकारी ली। जिसके बाद प्रेस को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि गौतमबुद्धनगर जिला दिल्ली से सटा हुआ है और यहां पर हर क्षेत्र के लोग रहते हैं, यहां पर सभी को इलाज मिलेगा और किसी को भी इलाज के लिए मना नहीं किया जा सकता। यहां पर तीन नए ऑक्सीजन प्लांट सरकार स्वीकृत कर चुकी है और ऑक्सीजन या अन्य किसी भी तरह की यहां पर कोई समस्या नहीं होने दी जाएगी।
यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सोमवार से यूपी के 23 और जिलों में टीकाकरण प्रारंभ होगा। तीसरी वेव को देखते हुए हर जिले में महिला बच्चों के लिए डेडीकेटेड अस्पताल बनाए जाएंगे। महिला और बच्चों के लिए 102 एंबुलेंस कार्य करेगी। हर अस्पताल में अलग से 15 बेड लगाएं गए हैं। इसमें ग्रामीण इलाकों को जोड़ते हुए सीएचसी को भी जोड़ा गया है। प्रदेश में अब तक डेढ़ करोड़ लोगों को वैक्सीन उपलब्ध कराई गई है। प्रदेश में सक्रिय केस अब लगातार घट रहे हैं। पिछले 24 घंटे में दस हजार ही नए मामले सामने आए हैं। ग्रामीण क्षेत्र में वैक्सीनेशन की तैयारी की गई है। गांवों में कॉमन सर्विस सेंटरों में वेक्सीन लगाई जाएगी। उन्होंने कहा कि गांवों में तमाम लोग रजिस्ट्रेशन नहीं करा पाते हैं। वह कॉमन सर्विस सेंटर पर जाकर अपना रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं। गांव में कोरोना संक्रमण रोकने के लिए प्रभावी कदम उठाये जा रहे हैं।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि इस बार कोरोना आरटीपीसीआर जांच में भी पकड़ में नहीं आ रहा है। इसलिए लोग सीटी स्कैन और एक्स-रे जरूर कराएं, ताकि समय रहते बीमारी को पकड़ा जा सके। इस बीमारी में शुरू के दो-तीन दिन की लापरवाही भारी पड़ जाती है इसलिए लक्षण आने पर तत्काल इलाज शुरू कराएं। प्रदेश में 8000 रैपिड टीम गांव में जाकर टेस्टिंग का काम कर रही हैं। सीटी स्कैन के लिए खास इंतजाम किए जा रहे हैं। सीएम ने कहा कि कोरोना की पहली लहर में गांवों में अधिक मामले नहीं आए थे। लेकिन इस बार गांव में कोरोना के मामले बढ़े हैं। प्रदेश सरकार संक्रमण रोकने में सक्षम है। अस्पतालों में पर्याप्त इंतजाम है। तीसरी लहर के लिए भी प्रदेश सरकार तैयार है। अस्पतालों में व्यापक इंतजाम किए जा रहे हैं।