नकली इंजेक्शन जेल से देवेश को रिमांड पर लेकर पूछताछ शुरू

जबलपुर, सिटी हॉस्पिटल में नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन मामले में जेल में बंद अस्पताल के फार्मासिस्ट देवेश चौरसिया को ओमती पुलिस रिमांड पर लेकर शनिवार को थाने पहुंची। जहां एसआईटी के अधिकारियों ने देवेश से असली एवं नकली इंजेक्शन के खेल का राज जानने की कोशिश की। देवेश ने अब तक क्या राज उगले हैं इसको लेकर अधिकारियों ने चुप्पी साध रखी है। लेकिन सूत्रों को कहना है कि एसआईटी ने यह पता लगाने की कोशिस की है कि गुजरात से अस्पताल में कितने नकली इंजेक्शन आये और कितने मरीजों को दिये गये।जांच का एक िंबदू यह भी रहा किे क्या दो असली और चार नकली इंजेक्शन मरीजों को लगाये गये ताकि मरीज की जान भी बच जाये और उनसे असली इंजेक्शन की कीमत भी वसूली जा सके।साथ ही नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन किसके कहने पर बुलाये गये और किसके कहने पर दवा दुकानों को यह इंजेक्शन उपलब्ध कराये जाते रहे। इस मामले में पुलिस ने कई सवाल देवेश पर दागे। देवेश ने ज्यादातर सवालों पर यहीं कहा है कि उसे कुछ जानकारी नहीं है। ऐसा पुलिस सूत्रों का कहना है।नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन के मामले में अस्पताल संचालक मोखा की भूमिका की जांच भी एसआईटी टीम कर रही है। गुजरात के सूरत से आये नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन की जांच के लिए पुलिस अस्पताल की दवा दुकाने से दस्तावेज और कम्प्यूटर की हार्डडिस्क जब्त कर चुकी है।
नरसिंहपुर से १२ वॉयल की जब्ती
एसआईटी जांच दल ने नरसिंहपुर में १२ रेमडेसिविर के खाली वॉयल की जब्ती बनाई हैं जो गोरे गांव निवासी मनीष कौरव और रीठा के प्रसिद्ध कृषक पटेल के परिजनों को लगे थे। हालाकि पुलिस मायलॉन वंâपनी के इंजेक्शन की तलाश में गई थी विंâतु जब्त इंजेक्शन हेट्रो, डेसेरम और जाबिनआर वंâपनी के हैं। एसआईटी ने करीब ४० पीड़ितों के बयान दर्ज किये हैं।
इसके बाद पुलिस बारीकी से छानबीन में जुटी हुई है। इस सिलसिले में पुलिस नरसिंहपुर की कुछ शिकायतों की जांच के लिए नरसिंहपुर भी गई और नरसिंहपुर के मरीजों व उनके परिजनों के बयान भी दर्ज किये। जिसमें कुछ मरीजों ने बताया कि उन्हें ६ इंजेक्शन लगे जिसमें से चार की खाली वॉयल मिली और दो की वॉयल नहीं दी गई।जांच पड़ताल करके टीम लौट आई।
इनका कहना है
नकली रेमडेसिविर मामले में सिटी हॉस्पिटल के फार्मासिस्ट देवेश चौरसिया को रिमांड पर लिया गया है। उससे नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन के मामले में पूछताछ की जा रही है। इसके अलावा मरीजों की शिकायतों की भी एसआईटी जांच कर रही है और साक्ष्य एकत्रित कर रही है। रोहित काशवानी अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *