जबलपुर,नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन का मामला लगातार तूल पकड़ता जा रहा है। गुजरात में पकड़े गये आरोपी की कुबूल नामे के बाद जबलपुर पहुंची गुजरात पुलिस ने स्थानीय पुलिस के सहयोग से गत दिवस यहां एक दवा व्यापारी को हिरासत में लिया। उससे पूछताछ के बाद पुलिस को पता चला की जबलपुर की भी कुछ अस्पतालों में भी नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन बेचे जाने की बात सामने आयी। यहां बड़ा सवाल यह है कि इतने दिनों से रेमडेसिविर इंजेक्शन की किल्लत चल रही थी और खाद्य व औषधि प्रसाधन विभाग आंखे मूूंदे बैठा रहा अब जब बड़ा रैकेट सामने आया तब पुलिस को ही कार्यवाही के लिए सामने आना पड़ा। गुरूवार को यहां पुलिस ने दवा बाजार स्थित भगवती फार्मा और अधारताल स्थित सत्यम मेडिकोज को सील कर दिया। बताया गया है कि गुजरात में पकड़े गये आरोपी से पूछताछ के दौरान जबलपुर के चार बड़े अस्पतालों को भी बड़े पैमाने पर भी नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन की सप्लाई किये जाने की खबर लगी। नेपियर टाऊन स्थित एक अस्पताल और राईट टाऊन स्थित दो और विजयनगर स्थित एक अस्पताल को नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन सप्लाई किये जाने की बात भी सामने आयी है।हालकि पुलिस ने अभी इस मामले की अधिकारिक तौर पर पुष्टि नहीं की पुलिस का कहना है कि आरोपी का बयान कितना सच है इसकी जांच की जा रही है और इसके बाद आगे की कार्यवाही तय की जायेगी।
गुजरात के मोरबी, सूरत व अहमदाबाद में नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन के खुलासे के बाद इसके तार जबलपुर से भी जुड़ गए है, मोरबी गुजरात की पुलिस ने जबलपुर के अधारताल क्षेत्र से भी सपन जैन नामक युवक को गिरफ्तार किया है, जो भगवती फार्मा का संचालक है, उसकी एक दुकान अधारताल तिराहे पर सत्यम मेडिकोज है, इसके अलावा इंदौर पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए दो आरोपियों में से एक जबलपुर का रहने वाला है. दोनों के पकड़े जाने के बाद इस बात का भी खुलासा हुआ है कि जबलपुर में २०० से ज्यादा रेमडेसिविर इंजेक्शन बरामद किए गए है।
पुलिस अधिकारियों के अनुसार मोरबी थाना गुजरात से आई पुलिस की टीम ने अधारताल पुलिस की मदद से आशा नगर अधारताल निवासी सपन उर्फ सोनू जैन को गिरफ्तार किया, जिसे पुलिस गुजरात लेकर रवाना हो गई, सपन के खिलाफ मोरबी थाना में नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन के कारोबार में शामिल होने का प्रकरण दर्ज है, पुलिस क ो पूछताछ में सपन से कई चौकाने वाली बाते सुनने को मिली है, सपन ने जबलपुर में भी भारी मात्रा में नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन बेचे है, जब रेमडेसिविर इंजेक्शन को लेकर मारामारी मची रही, इस दौरान सपन जैन ने एक-एक हजार रुपए में इंजेक्शन बेचने का सौदा कई अस्पतालों के संचालकों से कर लिया था, सूत्रों की माने तो सपन से पूछताछ में कई अस्पताल संचालकों के नाम सामने आने की भी खबर है।
कई अस्पतालों की दवा दुकान में काम कर चुका है सपन
पुलिस अधिकारियों की माने तो आशा नगर निवासी सपन उर्फ सोनू जैन शहर के कई निजी अस्पतालों की दवा दुकानों का भी संचालन कर चुका है, यहां तक कि विक्टोरिया अस्पताल परिसर में रेडक्रास की दुकान भी चलाता रहा, यातायात थाना के पास मेडिकल स्टोर भी संचालित है, इसके अलावा कई फार्मा कंपनियों की भी एजेंसी लेकर रखी है. सपन की अधारताल तिराहा पर ज्वेलरी व उसके चाचा की सत्येन्द्र मेडिकल नाम से दुकान है।
ऐसे हुआ है खुलासा
पुलिस अधिकारियों के अनुसार एक मई को गुजरात पुलिस ने नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन बनाने वाले गिरो हा पर्दाफाश किया था, गिरोह के सदस्य, नमक, ग्लूकोज मिलाकर नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन तैयार करते रहे, मोरबी थाना गुजरात की पुलिस ने सात आरोपियों को हिरासत में लेकर ३३७१ नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन, ९० लाख रुपए जब्त किए थे, आरोपी सूरत के पिंजरत गांव के फार्म हाउस में इसे तैयार करते रहे, गुजरात में हुए खुलासे के बाद इंदौर व भोपाल में भी नकली इंजेक्शन से जुड़े लोग पकड़े गए है।
इंदौर से दो जबलपुर से एक युवक को पकड़ा
इधर इंदौर पुलिस ने भी नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन के मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया है, जिसमें एक आरोपी मधुवनी बिहार कालोनी निवासी आनंद झा है तो दूसरा नर्मदा कालोनी कृष्णा होम्स बिलहरी निवासी महेश चौहान है, दोनों ने मध्यप्रदेश में करीब १२ से ज्यादा नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन बरामद किए है, जिसमें २०० से ज्यादा जबलपुर में बिके है, जबलपुर में पुलिस अधिकारियों का कहना है कि अपने स्तर पर पुलिस ने जांच शुरु कर दी है, जबलपुर में और भी लोगों के बारे में जानकारी मिल रही है, जो नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन के कारोबार में लिप्त है।
जबलपुर के चार अस्पतालों में की गई सप्लाई
पुलिस की अब तक की जांच में खुलासा हुआ है कि नेपियर टाऊन स्थित एक,राईट टाऊन स्थित दो और विजय नगर स्थित एक अस्पताल को भी सपन जैन ने गुजरात की कथित पैâक्ट्री में निर्मित नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन की सप्लाई की।पुलिस आरोपी और उसके चाचा के बयान के अधार पर छानबीन में जुटी हुई है। पुलिस का कहना है कि अभी यह पता लगान बाकी है कि अस्पतालों में जानबूझकर नकली दवाई की सप्लाई हुई या इंजेक्शन की किल्लत के दौरान अस्पतालों कों अंधेरे में रखकर सप्लाई की गई। बहरहाल मामला जो भी हो फिलहाल पुलिस की प्राथमिकता यह है कि नकली इंजेक्शन बरामद किये जायें। क्योंकि मरीजों की जिंदगी से जुड़ा सवाल है।
भगवती फार्मा,सत्यम मेडिकोज सील
गुजरात में पकड़े गये आरोपी के बयान पर पुलिस ने अधारताल क्षेत्र से सोनू जैन को गिरफ्तार किया है। उससे कड़ी पूछताछ की जा रही है। सपन की अधारताल तिराहे स्थित सत्यम मेडिकोज और दवा बाजार स्थित भगवती फार्मा को सील किया है। खबर है कि पुलिस की एक टीम ने दवा बाजार स्थित भगवती फार्मा व अधारताल स्थित दवा दुकान पहुंचकर जांच की कार्यवाही की है, इस मामले में और भी कई बड़े खुलासे होगें, जिसमें जबलपुर के कई बड़े चेहरे बेनकाब होगें।
केमिस्ट एसोसिएशन ने की थी रेंडम जांच की मांग
जबलपुर केमिस्ट ड्रगिस्ट एसोसिएशन द्वारा 5 मई को कलेक्टर और मुख्य चिकित्सा अधिकारी को पत्र लिखकर रेमडेसिविर इंजेक्शन की लेबोटरी कराने की मांग की थी ऐसोसिएशन ने शंका जताई थी की कई जिलों में मानवगुणवत्ता के इंजेक्शन नहीं मिल रहे क्योंकि बहुत से मामले ऐसे आये थे कि रेमडेसिविर इंजेक्शन लगने के बाद भी मरीजों को आराम नहीं लगा। ऐसोसिएशन ने इन इंजेक्शनोें की रेंडम जांच कराने की मांग भी थी। लेकिन प्रशासन जांच करा पाता उसके पहले ही यह धमाका हो गया। इससे एसोसिएशन की शंका भी सच साबित हुई है।
जबलपुर के अस्पतालों में भी बेचे गये नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन
