ढाका, बांग्लादेश में पदमा नदी में यात्रियों से भरी एक स्पीड बोट माल वाहक नाव से टकरा गई। दुर्घटना में 27 लोगों की मौत हो गई। पुलिस के अनुसार यह घटना पदमा नदी में कंथलवारी टर्मिनल पर हुई। यह स्थान मदारीपुर से आठ किमी दूर है। मरने वाले सभी लोगों के शव को निकाल लिया गया है। राहत कार्य में पांच लोगों को जिंदा बचा लिया गया है। दिल्ली पुलिस के अनुसार अभी अन्य शवों की तलाश की जा रही है, क्योंकि कुछ लोग लापता भी हैं। दुर्घटना का कारण स्पीड बोट का ड्राइवर है। वह नाबालिग और कम अनुभवी था। इस मामले की जांच की जा रही है कि नाबालिक कैसे स्पीड बोट चला रहा था। मरने वालों में एक महिला को छोड़कर सभी पुरुष हैं। बांग्लादेश में हर साल सैकड़ों लोग नदियों में ऐसी दुर्घटना में मारे जाते हैं।
बांग्लादेश में नदियों में होने वाली नाव दुर्घटनाएं आम बात हैं। देश में सैकड़ों नदियां बहती हैं, जो लोगों के लिए रास्तों का काम करती हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि खराब रखरखाव, शिपयार्ड में सुरक्षा मानकों और भीड़भाड़ की वजह से अधिकतर दुर्घटनाएं होती हैं। बालू लेकर जा रहा जहाज कम पानी में चल रहा था और कम रोशनी वाले हालात में उसे देखना मुश्किल हो गया। अप्रैल की शुरुआत में भी एक नाव दुर्घटना हुई थी।
दरअसल, अप्रैल महीने की शुरुआत में कोरोनावायरस लॉकडाउन लागू करने का ऐलान किया गया। ऐसे में लोगों के बीच हड़बड़ी मच गई और वे घरों की तरफ लौटने लगे। इस दौरान 50 से अधिक लोग एक जहाज पर सवार होकर नारायणगंज जा रहे थे, लेकिन रास्ते में उनकी टक्कर एक मालवाहक जहाज से हो गई। इस हादसे में 30 लोगों की मौत हो गई थी। पिछले साल जून में राजधानी ढाका में एक नाव नदी में डूब गई थी। इस नाव को एक दूसरे जहाज ने पीछे से टक्कर मार दी थी। इस हादसे में 32 लोगों की मौत हो गई थी। वहीं, फरवरी 2015 में लोगों से खचाखच भरी नाव एक मालवाहक जहाज से जा टकराई, इस हादसे में 78 लोगों की मौत हो गई।