कोलकाता, पश्चिम बंगाल की नंदीग्राम सीट से ममता बनर्जी ने बाजी मार ली। इस हाईप्रोफाइल सीट पर भाजपा के सुवेंदु अधिकारी मैदान में थे। सुवेंदु पहले ममता के साथ थे, बाद में भाजपा में चल गए। इसके बाद ममता ने सुवेंदु को चुनाव जीतने की चुनौती दी थी। 16 राउंड की मतगणना के बाद ममता ने सुवेंदु ेको 12 सौ मतों से हरा दिया। शुरुआत में सुवेंदु अधिकारी ममता से आगे निकले हुए थे लेकिन बाद में ममता बनर्जी ने बाजी मारी और तीन हजार वोटों से सुवेंदु अधिकारी से आगे निकल गई। इस बार पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी ) के लिए नाक की लड़ाई बन गया। पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में नंदीग्राम विधानसभा सीट का संग्राम बेहद ही रोचक रहा है, जहां से वर्ष 16 में तृणमूल कांग्रेस ने जीत दर्ज की थी। बंगाल में आज सबकी निगाहें नंदीग्राम सीट पर लगी थीं वजह स्पष्ट है कि यहां से प्रदेश के दो सबसे कद्दावर नेता ममता बनर्जी और सुवेंदु अधिकारी आमने-सामने थे। जानकार बताते हैं कि बंगाल में भले जो जीते या हारे, लेकिन नंदीग्राम की जीत-हार अपने आप में नई इबारत लिखेगी। पश्चिम बंगाल के पूर्व मेदिनीपुर जिले में आने वाली नंदीग्राम विधानसभा सीट पर एक दशक से ज्यादा समय तक टीएमसी का कब्जा रहा है। नंदीग्राम सीट पर इस बार 8 उम्मीदवार चुनाव मैदान में थे। इन उम्मीदवारों में सुवेंदु अधिकारी, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, सीपीआईएम की उम्मीदवार मीनाक्षी मुखर्जी, सोशलिस्ट यूनिटी सेंटर ऑफ इंडिया (कम्युनिस्ट) के मनोज कुमार दास और निर्दलीय उम्मीदवारों में दीपक कुमार गायेन, सुब्रत बोस, एसके सद्दाम हुसैन और स्वपन पुरुआ।