भोपाल, मध्यप्रदेश में गुरुवार को कोरोना से कांग्रेस के दो और नेताओं का निधन हो गया। मालवा क्षेत्र के दिग्गज नेता और पूर्व विधायक राजेंद्रसिंह बघेल की मौत हो गई जबकि महिला प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मांडवी चौहान का भी निधन हो गया। बघेल दिग्विजयसिंह के बेहद करीबी माने जाते थे। इससे पहले आलीराजपुर जिले से विधायक कलावती भूरिया और देवास की पहली महापौर की भी मौत हुई। इस बीच आंकड़ों की बात करें तो कोरोना के नए संक्रमित मिलने की संख्या में उतार-चढ़ाव आ रहा है। प्रदेश में कोरोना के 12,762 नए केस मिले हैं। पिछले 24 घंटे में 95 मौतें भी हुई हैं। लेकिन थोड़ी राहत पहुंचाने वाली खबर यह है कि कोरोना की दूसरी लहर में पहली बार एक्टिव केस 696 कम हुए हैं। मार्च और अप्रैल महीने में अभी तक एक्टिव केस में हर दिन इजाफा हुआ, लेकिन मंगलवार की तुलना में बुधवार को इसमें कमी आई है। पॉजिटिविटी रेट दूसरे दिन भी मामूली वृद्धि के साथ 21 प्रतिशत पर स्थिर है।
स्वास्थ्य विभाग की ताजा रिपोर्ट के अनुसार लगातार दूसरे दिन नए संक्रमितों की तुलना में स्वस्थ होने वालों की संख्या ज्यादा है। 28 अप्रैल को 13,363 मरीजों ने कोरोना को मात दी। यही वजह है कि प्रदेश में कोरोना का रिकवरी रेट 82 प्रतिशत से ज्यादा हो गया है। प्रदेश में कुल संक्रमितों की संख्या 5 लाख 50 हजार 927 हो गई है। जबकि स्वस्थ होने वालों का आंकड़ा 4 लाख 53 हजार 331 पहुंच गया है।
पिछले 7 दिन से स्थिर है संक्रमण
प्रदेश में पिछले 7 दिन में संक्रमितों की संख्या 12 हजार 500 से 13 हजार 600 के बीच रही है। जबकि इस दौरान देश में हर दिन संक्रमितों की संख्या में इजाफा हुआ। इसी तरह प्रदेश में अब एक्टिव केस 92,077 हैं, जो मंगलवार की तुलना में 696 कम हैं। लेकिन कोरोना से मरने वालों का आंकड़ा कम नहीं हो रहा है। पिछले 24 घंटे में 95 लोगों ने दम तोड़ा। इनमें से सबसे ज्यादा इंदौर में 10 लोगों की जान गई। जबकि जबलपुर में 7, ग्वालियर में 5 और भोपाल 3 लोग कोरोना से अपनी जान गंवा चुके हैं।
छोटे शहर बने चुनौती
प्रदेश में छोटे शहरों में बढ़ता संक्रमण चुनौती बना हुआ है। आठ जिलों शाजापुर, पन्ना, आगर मालवा, उमरिया, कटनी, राजगढ़, गुना और अनूपपुर में संक्रमण की दर पिछले दो दिन में घटी है, जबकि 7 अन्य छोटे जिलों में टीकमगढ़, दतिया, शिवपुरी, सिंगरौली, विदिशा, दमोह और नीमच में संक्रमण की दर 30 प्रतिशत से भी ज्यादा पहुंच गई है। छिंदवाड़ा, बुरहानपुर, खंडवा व भिंड को छोड़कर सभी जिलों में औसत संक्रमण दर 37 प्रतिशत तक है।