जबलपुर, जबलपुर के एक निजी अस्पताल में अचानक ऑक्सीजन खत्म हो गई. ऑक्सीजन खत्म होने से ऑक्सीजन सपोर्ट पर इलाज करवा रहे ५ मरीजों की मौत हो गई. अचानक हुई ५ मौत के बाद भी अस्पताल प्रबंधन ने मौके पर मौजूद नहीं था. पुलिस विभाग ने मोर्चा संभालते हुए ऑक्सीजन की व्यवस्था करवाई. अभी कुछ दिन पहले ही आगा चौक स्थित लाईफ मेडिसिटी अस्पताल में इस तरह की घटना हुई थी और अब उखरी तिराहा के पास स्थित गैलेक्सी अस्पताल में यह घटना हुई। परिजनों का गुस्सा देखकर अस्पताल का स्टॉफ और डॉक्टरर्स अस्पताल छोड़कर भाग गये थे, तभी पुलिस को खबर मिली और पुलिस ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को नियंत्रित किया। जिला कलेक्टर ने शिकायत की जांच के आदेश दिये है। वहीं दूसरी ओर एसडीएम ऑक्सीजन सिलेण्डर प्रभारी का कहना है कि ऑक्सीजन की कमी से मौत नहीं हुई, मरीज गंभीर हालत में थे। माइक्रो सिलेण्डर में खराबी आने से यह हादसा हुआ।
खुली प्रशासनिक दावों की पोल
जिले में मरीजों के लिए पर्याप्त ऑक्सीजन है. जिला प्रशासन के इन दावों की पोल उस समय खुल गई जब जबलपुर के गैलेक्सी अस्पताल में देर रात ऑक्सीजन खत्म हो गई. ऑक्सीजन ख्तम होने के कारण ऑक्सीजन सपोर्ट में इलाजरत पांच मरीजों की मौत हो गई. बताया जा रहा है कि अस्पताल में करीब ५० मरीजों को ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखा गया था. मरीजों की मौत के बाद परिजनों ने हंगामा कर दिया. जिसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने ऑक्सीजन की व्यवस्था करवाई और परिजनों को समझाया।
स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही उजागर
जबलपुर के उखरी रोड स्थित गैलेक्सी अस्पताल में अचानक ही ऑक्सीजन खत्म हो गई. इस सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने मोर्चा संभाला. साथ ही ऑक्सीजन खत्म होने की सूचना के लिए जब स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारियों को पुलिस ने फोन लगाया तो, अधिकारियों ने पुलिस का फोन नहीं उठाया. लिहाजा पुलिस ने अपने स्तर पर ऑक्सीजन की व्यवस्था करना शुरू कर दिया
पहले एक मरीज की गई जान, माना स्वाभाविक मौत
जानकारी के मुतबिक गैलेक्सी अस्पताल में भर्ती पहले एक मरीज की मौत हुई. मरीज के पास बैठे परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन को इसकी सूचना दी. मरीज की मौत को स्वाभाविक माना जा रहा था. इसी बीच जानकारी लगी कि भर्ती अन्य ४ मरीजों ने भी दम तोड़ दिया है. तब जाकर स्वास्थ्य अमला हरकत में आया और ऑक्सीजन खत्म होने की बात की जानकारी लगी.
समय पर नहीं होती व्यवस्था तो हो सकती थी बड़ी घटना
बताया जा रहा है कि गैलेक्सी अस्पताल में ऑक्सीजन सपोर्ट में करीब ५० मरीज भर्ती थे. अचानक से आई ऑक्सीजन की कमी से अस्प्ताल में अफरा-तफरी का माहौल बन गया. जैसे-तैसे पुलिस ने ऑक्सीजन की व्यवस्था करवाई, तब जाकर हालात सुधरे. यदि समय पर ऑक्सीजन की व्यवस्था नहीं होती तो कई लोगों की जान खतरे में आ सकती थी.
अब पुलिस करेगी पूरे घटनाक्रम की जांच
गैलेक्सी अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी की सूचना जैसे ही वायरलेस पर दौड़ी तो ५ थानों की पुलिस अस्पताल पहुंच गई. जिसके बाद पुलिस ने हंगामा कर रहे परिजनों से निवेदन किया, तब जाकर मामला शांत हुआ. बताया जा रहा है कि गढ़ा, अधारताल, लार्डगंज, विजयनगर, कोतवाली थाने का बल मौके पर पहुंच गया. मौके पर पहुंची पुलिस को देकर मृतक के परिजनों ने जमकर हंगामा किया. अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाया. ऑक्सीजन की कमी से मरीजों की मौत हुई है, ये फिर कोई तकनीकी खराबी से. पुलिस अब हर एंगल में जांच कर रही है.
इन ५ लोगों की हुई मौत
गैलेक्सी हॉस्पिटल में ऑक्सीजन न मिलने के कारण आधारताल पटेल नगर निवासी ४५ वर्षीय अनिल शर्मा, विजय नगर निवासी ४७ वर्षीय देवेंद्र कुररिया, नरसिंहपुर निवासी ६५ वर्षीय गोमती राय, नरसिंहपुर निवासी ४८ वर्षीय प्रमिला तिवारी एवं छिंदवाड़ा निवासी ४६ वर्षीय आनंद शर्मा की मौत हो गई,जबकि १-२ मरीजों की जान अभी भी खतरे में बताई जा रही है।
मोक्ष को सौंपे गए शव
इस हृदय विदारक घटना के बाद शुक्रवार सुबह पांचों मृतकों के शव समाजसेवी संस्था मोक्ष के आशीष ठाकुर को अंतिम संस्कार के लिए सौंप दिए गए ,संस्था द्वारा कोविड-१९ गाइडलाइन के अनुसार पांचों शवों का अंतिम संस्कार किया जा रहा है। घटना के बाद अस्पताल में भारी पुलिस बल तैनात किया गया।
तन्खा ने उठाए सवाल
राज्यसभा सांसद ने गैलेक्सी हास्पिटल मामले में दुख प्रकट करते हुये प्रदेश सरकार को आड़े हाथों लिया है. श्री तन्खा ने ट्वीट कर कहा, जबलपुर में ऑक्सीजन की कमी से पांच परिवारों ने अपनों को खोया. मुख्यमंत्री जी आप मेरा अनुरोध मान लेते तो शायद आज यह मंजर हमारे सामने ना होता. प्रदेश में आक्सीजन की समुचित व्यवस्था सिर्फ कलेक्टर के हाथ में सौंपना उचित नहीं है.
जांच कमेटी बनाई गई
जिला कलेक्टर कर्मवीर शर्मा ने बताया कि इस पूरे मामलें के जांच के लिये कमेटी बना दी गई है। एसडीएम शाहिद खान, अनुराग तिवारी, को कमेटी में नियुक्त किया गया है। जांच रिपोर्ट में जो तथ्य सामने आयेंगे उसके अधार पर विधि सम्वत कार्रवाई की जायेगी।