नई दिल्ली/मुंबई/भोपाल/रायपुर,देश में कोरोना का आंकड़ा 1 लाख 70 हजार तक पहुंच गया है और इसमें सबसे बड़ा योगदान है महाराष्ट्र के आंकड़े का। कोरोना ग्राफ में एक तिहाई केस महाराष्ट्र से है। वहां आए दिन आंकड़ों का रिकॉर्ड बन रहा है। हालात ऐसे हो गए हैं कि लॉकडाउन पर मंथन शुरू हो गया है। कोरोना की पहली लहर ने महाराष्ट्र को परेशान कर दिया था, अब दूसरी लहर ने भी पसीना छुड़ा दिया है। गंभीर हो चले हालात को देखते हुए राज्य सरकार लॉकडाउन के उपाय पर विचार मंथन में जुटी है। वहीं हालात मुंबई, दिल्ली, मप्र, छत्तीसगढ़ और यूपी में भी अच्छे नहीं हैं। कई राज्यों के अस्पताल, बेडों की किल्लत से जूझ रहे हैं।
मप्र में 24 घंटे में 6 हजार 489 संक्रमित मिले हैं। वहीं 37 लोगों की कोरोना से मौत हो गई है। प्रदेश की संक्रमण दर पहली बार 16 प्रतिशत पहुंच गई। यानी हर छठे नमूने की रिपोर्ट पॉजिटिव आ रही है। भोपाल में भाजपा प्रदेश कार्यालय में पूर्व संगठन मंत्री माखन सिंह के अलावा 6 कर्मचारियों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इसको देखते हुए कार्यालय मंत्री राघवेंद्र शर्मा ने अगले 10 दिन तक के लिए प्रदेश कार्यालय में बाहरी लोगों के प्रवेश पर रोक लगा दी है। सीहोर जिले में सलकनपुर में मां बीजासन देवी धाम को 21 अप्रैल तक बंद कर दिया गया है। चैत्र नवरात्र पर भी भक्त दर्शन नहीं कर पाएंगे। एक दिन में इंदौर में रिकॉर्ड 923 केस आए हैं। भोपाल में 824, ग्वालियर में 497 और जबलपुर में 469 संक्रमित पाए गए हैं। राज्य में सबसे ज्यादा 45 मौतें 23 सितंबर 2020 को हुई थी। कल 11 अप्रैल को 24 घंटे में 37 मौतें हुई हैं। अब सरकार के सामने सामुदायिक संक्रमण तोडऩा बड़ी चुनौती है। 24 घंटे में छह नई मौतों के साथ इंदौर राज्य का पहला शहर बन गया है जहां पूरे कोरोना काल में 1005 मौतें हो गई हैं। यहां 19 अप्रैल की सुबह तक कोरोना कफ्र्यू/लॉकडाउन चल रहा है। हालात कोरोनाकाल की पहली लहर के पीक टाइम सितंबर से भी खराब हो गए हैं। यहां लॉकडाउन के बावजूद प्रदेश में सर्वाधिक केस सामने आ रहे हैं। मौतें भी सबसे ज्यादा हुई हैं। यहां 11 अप्रैल की रात गुर्जर अस्पताल में ऑक्सीजन खत्म होने पर परिजन ने जमकर हंगामा हुआ, इस बीच एक मरीज ने दम तोड़ दिया।
-छग में अब तक 4899 लोगों की मौत
देश के दूसरे राज्यों की तरह ही छत्तीसगढ़ में भी कोरोना की दूसरी लहर ज्यादा खतरनाक हो रही है। यहां लगातार 5 दिनों से 10 हजार से ज्यादा मरीज मिल रहे हैं। रविवार को 10 हजार 521 नए केस सामने आए और 82 लोगों की जान गई। अब एक्टिव मरीजों की संख्या 90 हजार 277 हो गई है। कोरोना से अब तक 4 हजार 899 लोगों की जान जा चुकी है। संक्रमितों की लगातार बढ़ती संख्या को देखते हुए सरकार जल्द ही निजी अस्पतालों में भी इलाज के रेट तय करेगी। एक तरफ कोरोना के केस बढ़ रहे हैं तो दूसरी तरफ रेमडेसिविर इंजेक्शन, दवाइयों और ऑक्सीजन की कमी ने समस्या को बढ़ा दिया है। रेमडेसिविर की कमी पूरी करने के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने दो अधिकारियों को मुंबई और हैदराबाद भेजा है। अधिकारी रेमडेसिविर प्रोड्यूस करने वाली कंपनियों से मिलेंगे और उनसे राज्य के लिए पर्याप्त इंजेक्शन की सप्लाई को लेकर चर्चा करेंगे। ऑक्सीजन की कमी को पूरा करने के लिए नए निर्देश जारी किए गए हैं। प्रदेश में बनी ऑक्सीजन का 80 प्रतिशत यहीं के मरीजों के लिए इस्तेमाल होगा। सरकारी अस्पतालों में मेडिकल ऑक्सीजन के नए प्लांट बनाने की भी तैयारी है।
-कुछ और जिलों में बढ़ाया जा सकता है लॉकडाउन
प्रदेश के 16 जिलों में लॉकडाउन का आदेश जारी हो चुका है। अगर सोमवार को भी संक्रमण के मामलों में गिरावट नहीं देखने को मिली तो कई और जिलों में लॉकडाउन लगाने का फैसला लिया जा सकता है। संक्रमण से लगातार मौतें बढ़ रही हैं और श्मशानों पर भी वेटिंग है। सरकार ने शहरी इलाकों में नए श्मशान बनाने का फैसला लिया है। रायपुर, दुर्ग, भिलाई, बिलासपुर और रिसाली में विद्युत शवदाह गृह बनाए जाएंगे।
-रूसी वैक्सीन स्पुतनिक वी की आपातकालीन इस्तेमाल के लिए मिली मंजूरी
देश में कोविशील्ड और कोवैक्सीन का इस्तेमाल पहले से ही हो रहा है
नई दिल्ली। रूस की कोरोना वैक्सीन स्पुतनिक वी को एक्सपर्ट कमिटी ने आपातकालीन इस्तेमाल की मंजूरी दे दी है। इसके साथ ही कोरोना से निपटने के लिए देश को तीसरी वैक्सीन मिल गई है। बता दें कि देश में कोविशील्ड और कोवैक्सीन का इस्तेमाल पहले से ही हो रहा है। अब स्पुतनिक वी को मंजूरी मिलने के बाद इस महामारी से निपटने के लिए डॉक्टरों के पास एक और हथियार आ गया है। गौरतलब है कि सबसे पहले रूस ने ही कोरोना वैक्सीन बनाने का दावा किया था।
बता दें इससे पहले एक रिपोर्ट में यह बात सामने आई थी कि भारत में अक्टूबर तक पांच वैक्सीन को मंजूरी मिल सकती है। रिपोर्ट के मुताबिक यह वैक्सीन डॉ रेड्डीज के सहयोग से तैयार हो रही स्पुतनिक वी, बायोलॉजिकल ई के सहयोग से बन रही जॉनसन एंड जॉनसन की वैक्सीन, सीरम इंडिया के सहयोग से तैयार की जा रही नोवावैक्स वैक्सीन, जायडस कैडिला वैक्सीन और भारत बायोटेक की इंट्रानसल वैक्सीन हैं। ऐसे में अब स्पुतनिक वी को एक्सपट्र्स की मंजूरी मिल जाने के बाद भारत का टीकाकरण अभियान तेजी से आगे बढ़ सकेगा। बता दें वैक्सीन निर्माण के लिए रूसी प्रत्यक्ष निवेश कोष (आरडीआईएफ) और हैदराबाद स्थित विरचो बायोटेक ने 20 करोड़ खुराक का उत्पादन करने के लिए एक समझौता किया है। स्पुतनिक वी भारत को वैक्सीन की 8.5 करोड़ डोज मुहैया कराएगा जिससे कि भारत में कोविड-19 से लड़ाई को बड़े स्तर पर बढ़ावा मिलेगा।
-91.6 प्रतिशत इफेक्टिव है वैक्सीन
मॉर्डना और फाइजर की एमआरएनए वैक्सीन ही 90 प्रतिशत अधिक इफेक्टिव साबित हुई हैं। इसके बाद स्पुतनिक-वी ही सबसे अधिक 91.6 प्रतिशत इफेक्टिव रही है। इस वैक्सीन को रशियन फेडरेशन में स्वास्थ्य मंत्रालय के गामालेया नेशनल रिसर्च सेंटर ऑफ एपिडेमियोलॉजी एंड माइक्रोबायोलॉजी विभाग ने रशियन डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट फंड के साथ मिलकर बनाया है। स्पुतनिक-वी एक एडेनोवायरस प्लेटफॉर्म पर बनी वैक्सीन है। ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका के डोज की तरह ही है, पर इसमें अलग एडेनोवायरस का इस्तेमाल किया गया है। डेवलपर्स का कहना है कि स्पुतनिक-वी ज्यादा जल्दी और इफेक्टिव तरीके से इन्फेक्शन के खिलाफ इम्यून रिस्पॉन्स बढ़ाती है। अंतरिम एफिकेसी एनालिसिस 19,866 वॉलंटियर्स पर की गई स्टडी के आधार पर है। इसमें 14,964 को वैक्सीन लगाई गई थी, जबकि 4,902 लोगों को प्लेसिबो (सलाइन वॉटर)। स्टडी में 2,144 वॉलंटियर्स 60 वर्ष या उससे ज्यादा उम्र के थे। इनमें भी वैक्सीन ने अच्छी इफेक्टिवनेस दिखाई है। वैक्सीन पहले ही 59 देशों में अप्रूवल पा चुकी है। यह वैक्सीन गंभीर लक्षणों या मौत रोकने में 100 प्रतिशत इफेक्टिव है। यह बहुत महत्वपूर्ण पैरामीटर है, क्योंकि यह लोगों की जान बचा सकती है। सिंगल डोज भी बीमारी के खिलाफ 87.6 प्रतिशत तक प्रोटेक्शन देता है।
-देश में चार दिन का टीका उत्सव
गौरतलब है कि देश में रविवार 11 अप्रैल से ‘टीका उत्सवÓ की शुरुआत हुई है। इसके पहले दिन रविवार शाम तक 27 लाख से ज्यादा कोविड-19 रोधी टीके की खुराक दी गई हैं। इसके साथ ही देश में अब तक टीके की 10,43,65,035 खुराक दी जा चुकी है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने यह जानकारी दी। देश में 11-14 अप्रैल के बीच चल रहे कोविड-19 टीकाकरण अभियान को ‘टीका उत्सवÓ नाम दिया गया है।