बुरहानपुर, कोरोना संक्रमण के चलते महाराष्ट्र से यात्री परिवहन बंद है, इसके बावजूद रविवार सुबह हंस ट्रेवल्स की एक बस क्रं- यूपी 75 ए टीआई 1898 के बुरहानपुर सीमा में प्रवेश पर उसे जप्त कर बस शिकारपुरा थाने में खडी कर ली यह बस हैदराबाद से महाराष्ट्र होते हुए बुरहानपुर की सीमा में दाखिल होकर इंदौर जा रही थी जिस में 30 से अधिक यात्री सवार थे, बस को रोके जाने और जप्त करने पर सूबेदार की यात्रियों के साथ तीखी बहस भी हुई बाद में बस चालक और मालिक पर आपदा प्रबंधन की विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर यात्रीयों को इंदौर बस से इंदौर रवाना कर दिया गया। इस बस में कुछ यात्रीयों के पास कोरोना निगेटिव रिर्पोट भी थी शेष यात्री बिना कोरोना रिर्पोट के बस से यात्रा करते पाऐ गए। यहां हास्यपद है कि बस जप्त कर ड्रायवर और मालिक पर आपदा प्रबंधन नियमों के तहत कार्यवाही कर दी गई लेकिन वह यात्री जो इस बस से बिना आरटीपीसी रिर्पोट के यात्रा कर रहे थे उन्हें ऐसा ही छोड इंदौर संक्रमण फैलाने के लिए भेज दिया गया। नियमानुसार उन यात्रीयों पर भी आपदा प्रबंधन के तहत कार्यवाही की जाना चाहिए थी तथा सभी को फिवर क्लिनिक या जांच केन्द्र भेजकर जांच करानी चाहिए थी परंतु ऐसा नही कर उन्हें खुला छोड आगे यात्रा करने की अनुमति दी गई। जिला प्रशासन की सख्ती यहां खुलकर सामने आ गई कि महाराष्ट्र के चोर रास्तों पर किस प्रकार की व्यवस्था है और यही कारण है कि शहर में कलेक्टर के लाख जतन के बाद भी रोज 20 से अधिक संक्रमण के मामले सामने आ रहे है और धीरे धीरे जिला हॉट स्पाट बनता जा रहा है, ऐसे में सीमाओं पर और अधिक सख्ती और निगरानी की जरूरत है।