भोपाल, मध्यप्रदेश में कोरोना की दूसरी लहर खतरनाक होती जा रही है। पिछले 24 घंटे में रिकॉर्ड 2777 केस मिले हैं। प्रदेश में एक दिन में कोरोना का यह सबसे बड़ा आंकड़ा है। इसके पहले 18 सितंबर 2020 को 2,607 मरीज मिले थे। पिछले एक दिन में 16 लोगों की मौत भी हुई है। इससे पहले एक दिन में 16 मौतें 24 अक्टूबर 2020 को हुई थीं। इस तरह 7 दिन में 77 लोगों की जान जा चुकी है। मौतों का कुल आंकड़ा 4 हजार के पार हो गया है। प्रदेश की संक्रमण दर 10.4त्न पर पहुंच गई है। सबसे ज्यादा खराब स्थिति प्रदेश के दो बड़े शहर इंदौर और भोपाल की है। दोनों शहरों में प्रदेश का 50 फीसदी से ज्यादा मरीज मिले हैं।
स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के अनुसार इंदौर में 682, भोपाल में 528, जबलपुर में 185 और ग्वालियर में 115 नए केस मिले है। इन चारों महानगरों के अलावा बैतूल, रतलाम और छिंदवाड़ा में हालात खराब होते दिखाई दे रहे हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कोरोना की मौजूदा स्थिति को देखते हुए इन तीनों जिलों में अफसरों की टीम भोपाल से रवाना करने के निर्देश दिए हैं। प्रदेश में अब 52 में से 32 जिले ऐसे हैं, जहां एक दिन में 20 से अधिक कोरोना संक्रमित मिल रहे हैं।
पिछले एक माह में एक्टिव केस में 31.55 गुना वृद्वि
प्रदेश में बढ़ते एक्टिव केस चिंताजनक है। पिछले सात दिन में 6,341 एक्टिव केस बढ़ गए हैं। 26 मार्च को एक्टिव केस 12,995 थे जो 1 अप्रैल को बढ़कर 19,336 हो गए हैं। यदि फरवरी और मार्च की तुलना करेें तो एक्टिव केस फरवरी में 478 थे, जबकि 31 मार्च को बढ़कर 15,084 हो गए थे। यानी एक्टिव केस में पिछले एक माह में 31.55 गुना वृद्वि हुई।
52 में से 32 शहरों में 20 से अधिक केस मिलने लगे
चारों महानगरों सहित 20 से अधिक केस वाले शहरों की संख्या बढ़कर 32 हो गई है। इससे स्पष्ट है कि कोरोना की दूसरी लहर अब छोटे शहरों को भी अपनी चपेट में ले रही है। पिछले 24 घंटे में उज्जैन में (85) रतलाम में (85), खरगोन (75), बैतूल (66), कटनी (43), बड़वानी (50), विदिशा (29), छिंदवाड़ा (66), धार (40), नरसिंहपुर (35), सागर (31), शाजापुर (29), शिवपुरी (45), खंडवा (27), रीवा (25), झाबुआ (49),बालाघाट (37), सतना (22), सीहोर (24),बुरहानपुर (21), मंडला (20), सिवनी (25), देवास (36), गुना (21), मंदसौर (30) नीमच (26), रीवा (20) और शहडोल में (27) पॉजिटिव केस मिले हैं।