नई दिल्ली/भोपाल/रायपुर,देश में कोरोना वायरस के मामलों में बड़ा उछाल दर्ज किया गया है। शुक्रवार को देश में कोरोना के 81 हजार से अधिक नए केस दर्ज किए गए हैं। जो साल 2021 का सबसे बड़ा आंकड़ा है। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, पिछले 24 घंटे में 469 लोगों की कोरोना के कारण मौत हुई है। महाराष्ट्र और दिल्ली में हालात चिंताजनक है। वहीं छत्तीसगढ़ और मप्र में संक्रमितों की संख्या लगातार बढ़ रही है। छत्तीसगढ़ में 24 घंटे में रिकॉर्ड 4617 कोरोना संक्रमण के मामले सामने आने के बाद सरकार ने सख्त कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। वहीं मप्र में पिछले 24 घंटे में रिकॉर्ड 2777 केस मिले हैं।
अब देश में कोरोना के एक्टिव केस की संख्या 6 लाख को पार कर गई है। जबकि अबतक कोरोना से हुई मौतों का आंकड़ा भी 1.63 लाख पहुंच गया है। अगर वैक्सीनेशन की बात करें तो अबतक भारत में साढ़े 6 करोड़ से अधिक कोरोना की डोज दी जा चुकी हैं।
महाराष्ट्र और दिल्ली में बढ़ रही है चिंता
आपको बता दें कि होली से पहले ही कई राज्यों में कोरोना के मामलों में तेजी दर्ज की गई थी। लेकिन अब होली के बाद हालात बेकाबू हो गए हैं। सबसे बुरी हालत महाराष्ट्र की है, जहां बीते दिन रिकॉर्ड 43 हजार से अधिक केस सामने आए। कोरोना की शुरुआत से लेकरअबतक किसी भी एक राज्य में एक दिन में इतने केस दर्ज नहीं किए गए हैं। चिंता की बात ये है कि सिर्फ पुणे, मुंबई में ही 8-8 हजार से अधिक केस दर्ज किए गए हैं। महाराष्ट्र में हर दिन के साथ ही कोरोना की रफ्तार भी बढ़ रही है। महाराष्ट्र के अलावा अब राजधानी दिल्ली में भी कोरोना ने खेल बिगाडऩा शुरू कर दिया है। दिल्ली में पिछले दिन 2790 कोरोना के केस दर्ज किए गए, जो इस साल का सबसे बड़ा आंकड़ा है।
-मप्र के चार जिलों के आंकड़े चौकाने वाले
मप्र में कोरोना की दूसरी लहर खतरनाक होती जा रही है। राजधानी भोपाल, इंदौर, जबलपुर और ग्वालियर के साथ ही बैतूल, छिंदवाड़ा, खरगोन, रतलाम में कोरोना के हालात बेकाबू हो रहे हैं। इसको देखते हुए सरकार सतर्क हो गई है। कोरोना से उपजे हालात पर नियंत्रण करने के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देश पर वरिष्ठ आईएएस अधिकारियों और स्वास्थ्य विभाग की टीमें प्रदेश के चार जिलों बैतूल, छिंदवाड़ा, खरगोन, रतलाम में भेजी जा रही है। ये अफसर वहां कोरोना संक्रमण की स्थिति और उससे उपजे हालात और उसपर नियंत्रण के लिए किए जाने वाले उपायों पर चर्चा करेंगे और प्रभावी नियंत्रण के लिए कार्यवाही की जाएगी। पिछले 24 घंटे में रिकॉर्ड 2777 केस मिले हैं। प्रदेश में एक दिन में कोरोना का यह सबसे बड़ा आंकड़ा है। इसके पहले 18 सितंबर 2020 को 2,607 मरीज मिले थे। पिछले एक दिन में 16 लोगों की मौत भी हुई है। इससे पहले एक दिन में 16 मौतें 24 अक्टूबर 2020 को हुई थीं। इस तरह 7 दिन में 77 लोगों की जान जा चुकी है। मौतों का कुल आंकड़ा 4 हजार के पार हो गया है। प्रदेश की संक्रमण दर 10.4 प्रतिशत पर पहुंच गई है।
52 में से 32 जिलों में 20 से अधिक मामले
स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के अनुसार इंदौर में 682, भोपाल में 528, जबलपुर में 185 और ग्वालियर में 115 नए केस मिले है। इन चारों महानगरों के अलावा बैतूल, रतलाम और छिंदवाड़ा में हालात खराब होते दिखाई दे रहे हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कोरोना की मौजूदा स्थिति को देखते हुए इन तीनों जिलों में अफसरों की टीम भोपाल से रवाना करने के निर्देश दिए हैं। प्रदेश में अब 52 में से 32 जिले ऐसे हैं, जहां एक दिन में 20 से अधिक कोरोना संक्रमित मिल रहे हैं।
अफसरों ने हमीदिया का लिया जायजा
भोपाल में लगातार बढ़ रहे कोरोना केस को देखते हुए प्रशासन भी तैयारियां करने में जुट गया है। इसी सिलसिले में शुक्रवार सुबह चिकित्सा शिक्षा आयुक्त निशांत बरवड़े, संभागायुक्त कवींद्र कियावत और कलेक्टर अविनाश लवानिया हमीदिया अस्पताल पहुंचे। उन्होंने कोरोना मरीजों के लिए तैयार किए गए नए ब्लॉक का निरीक्षण किया। उन्होंने बेड बढ़ाने के निर्देश दिए। इससे पहले अधिकारियों ने पूरे अस्पताल का जायजा लिया। ऑफिस तैयारियों को और दुरुस्त करने के निर्देश दिए। संभागायुक्त कविंद्र कियावत ने बताया कि हमीदिया में इस समय इमरजेंसी में आईसीयू के लिए 160 बेड है। इसे हम 200 से ज्यादा करने जा रहे हैं। इसके साथ ही कुल टोटल 540 बेड है, जिन्हें बढ़ाकर 800 तक कर दिया जाएगा।
आज रतलाम जाएंगे राजन और वरबड़े
रतलाम शहर में कोरोना संक्रमण की दर बढऩे और वहां हालात पर काबू पाने के लिए उच्च शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव अनुपम राजन और चिकित्सा शिक्षा आयुक्त निशांत वरबड़े तीन अप्रैल को रतलाम पहुंचेंगे। वे वहां स्थानीय जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग, पुलिस और अन्य प्रमुख विभागों के अफसरों, स्थानीय क्राइसेस मैनेजमेंट ग्रुप के साथ चर्चा करेंगे।
अगले 15 दिन अहम
हमीदिया अस्पताल के रिटायर्ड अधीक्षक डॉ. एसके सक्सेना ने कहा कि अभी के हालात देखते हुए कहा जा सकता है कि आने वाले 15 दिन अहम रहेंगे। 15 अप्रैल तक कोरोना के केस बढ़ेंगे। संक्रमण बढऩे का सबसे बड़ा कारण लोगों का आना-जाना है और इस पर कंट्रोल जरूरी है। इंदौर, भोपाल और जबलपुर सहित 13 शहरों में कोरोना के मामलों में तेजी देखते हुए संडे लॉकडाउन और नाइट कर्फ्यू लगाया गया है। लेकिन, लॉकडाउन औरकर्फ्यू बेअसर ही है। भीड़ लगातार नजर आती है। सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क का पालन भी नहीं होता दिख रहा।
दुर्ग में 9 दिन का लॉकडाउन
छत्तीसगढ़ में 24 घंटे में रिकॉर्ड 4617 कोरोना संक्रमण के मामले सामने आने के बाद सरकार ने सख्त कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। 24 घंटे में मिले ये अब तक के सबसे ज्यादा केस हैं। दुर्ग में 6 अप्रैल से 14 अप्रैल तक यानी 9 दिन का टोटल लॉकडाउन लगा दिया गया है। यहां एक दिन में 996 केस सामने आए हैं। बेमेतरा में अगले आदेश तक आंशिक लॉकडाउन लागू किया गया है। राज्य के 20 जिलों में नाइट कफ्र्यू जारी है। मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र के बाद छत्तीसगढ़ लॉकडाउन लगाने वाला तीसरा राज्य बन गया है। यहां एक्टिव मरीजों की संख्या 28987 है।
नया वैरिएंट मिला
1 अप्रैल को प्रदेश में 25 कोरोना मरीजों की जान गई। आंकड़ों पर नजर डालें तो बीते 3 हफ्तों में नए केस तेजी से बढ़े हैं। 27 मार्च को 3162, 30 मार्च को 3108, 31 मार्च को 4563 और 1 अप्रैल को रिकॉर्ड 4617 केस सामने आए हैं। पिछले साल सबसे ज्यादा 3896 केस 26 सितंबर को सामने आए थे। राज्य में कोरोना का नया वैरिएंट भी मिला है। एन-440 नाम के इस वैरिएंट के प्रभाव का अभी तक पता नहीं चल पाया है।
लगाया जा सकता है लॉकडाउन
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि प्रभावित जिलों के रिव्यू के बाद लॉकडाउन पर फैसला लें। माना जा रहा है कि कई और जिलों में लॉकडाउन का फैसला लिया जा सकता है। सभी स्वास्थ्य अधिकारियों, डॉक्टरों और कर्मचारियों की छुट्टियां निरस्त कर दी गई हैं। राज्य में हर दिन वैक्सीनेशन किया जाएगा।