भोपाल, मध्य प्रदेश में कोरोना की दूसरी लहर खतरनाक होती जा रही है। पिछले 24 घंटे में 2332 केस मिले है। यही स्थिति पिछले साल सिंतबर माह में थी। स्वास्थ्य विभाग के आंकड़े बता रहे हैं कि भोपाल, जबलपुर, ग्वालियर और उज्जैन के सरकारी अस्पतालों में कोरोना मरीजों के लिए बेड नहीं बचे हैं।
प्रदेश में तीन शहर भोपाल, इंदौर और जबलपुर में हालात बेकाबू होते जा रहे हैं। इंदौर में 643, भोपाल में 498 और जबलपुर में 161 नए संक्रमित मिले हैं। अगर प्रदेश से तुलना करें तो 55 प्रतिशत केस सिर्फ इन तीन शहरों में मिले हैं। संक्रमण दर दूसरे दिन भी 10 प्रतिशत से अधिक रही है। सरकार की चिंता कोरोना से हो रही मौतों को लेकर है। पिछले 24 घंटे में 9 मरीजों की जान गई। यही वजह है कि सरकार ने मरीजों के इलाज के लिए नई गाइड लाइन 20 मार्च को जारी की थी। जिसके तहत ज्यादा संक्रमित मरीजों के लिए अस्पतालों में बेड का इंतजाम करने को कहा गया है।
19 जिलों में 20 से अधिक केस
भोपाल, इदौंर और जबलपुर सहित प्रदेश के 52 में से 19 जिले ऐसे हैं, जहां हर रोज 20 से अधिक केस मिल रहे हैं। इनमें से महाराष्ट्र की सीमा से लगे शहरों में संक्रमण की रफ्तार तेज होती जा रही है। पिछले 24 घंटे में खरगौन (89), उज्जैन (70),बैतूल (68), ग्वालियर (55), रतलाम (54), धार (44), छिंदवाड़ा (42), सीहोर (34), शाजापुर (31), रीवा (28), खंडवा (27), झाबुआ (22) व नरसिंहपुर में (22) केस मिले हैं।