नारायणी शास्त्री बोलीं हीरोइन के पास कोई ठोस रोल नहीं होते

मुंबई, क्योंकि सास भी कभी बहू थी फेम टेलीविजन अभिनेत्री नारायणी शास्त्री ने ‎फिल्मों को पुरुष प्रधान बताया है। उनका कहना है कि मेरे टेलीविजन में हमेशा काम करने का एक कारण यह है कि फिल्में पुरुष प्रधान होती हैं। वह कभी भी फिल्मों का हिस्सा नहीं बनना चाहती थीं क्योंकि उनमें हीरोइन के पास कोई ठोस रोल नहीं होते हैं। नारायणी कहती हैं कि ऐसी बहुत कम फिल्में हैं, जो महिला केंद्रित हैं। एक-दो फिल्में ही ऐसी होती हैं, जिनमें महिलाएं हावी होती हैं, वरना फिल्में सलमान, आमिर और अक्षय के बारे में ही होती हैं। उन्होंने आगे कहा ‎कि टीवी गृहिणियों के लिए है और महिलाओं की पीढ़ी महिला को देखना चाहती है। अभिनेत्रियों के पास टीवी पर अच्छे किरादार निभाने के कई मौके हैं। इसलिए टीवी इंडस्ट्री में काम करते हुए उनके पास पैसे और सम्मान की मांग करना आसान हो जाता है। यह आप पर है कि आप शो में कहां है और आप कितने अहम हैं। उन्होंने कहा ‎कि वह टीवी पर सभी तरह की भूमिकाएं करने के लिए तैयार हैं। अ‎भिनेत्री ने कहा ‎कि “भले ही यह सास-बहू का शो हो, मुझे लगता है कि अगर यह सही तरीके से किया जाता है, तो यह मुझे अच्छा लगेगा। मैं खराब या सस्ता काम नहीं करना चाहती, जहां आप शूटिंग खत्म करने की जल्दी कर रहे हैं। यदि निर्देशक सास-बहू शो अच्छी तरह से करना चाहता है, तो मैं इसका हिस्सा बनने के लिए तैयार हूं।”

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