नई दिल्ली, भारत में एक बार फिर कोरोना का प्रकोप देखने को मिल रहा है। सरकार ने देश में वायरस के दूसरी लहर के आने की आशंका जताई है। हर रोज़ रिकॉर्ड मामले सामने आ रहे हैं। सरकार के आकलन के अनुसार शादियों जैसे कार्यक्रम के वजह से मामलों की संख्या में वृद्धि देखने को मिली है। सरकार ने यह भी कहा है कि हाल के महीनों नें लोग थोड़े ढील पड़ गए जिससे वायरस पहले की तरह उभर रहा है। भारत ने करीब 40 हजार से अधिक मामले दर्ज किए। नवंबर के बाद से दर्ज किए गए ये सबसे ज्यादा आंकड़े हैं। फरवरी के दूसरे सप्ताह में औसतन देश सिर्फ 11 हजार मामले दर्ज कर रहा था। अब जो मामले सामने आ रहे है वो इसके लगभग चार गुना है। नीति आयोग के सदस्य डॉ वीके पॉल ने कहा, सुपरस्प्रेडर दिखाता है कि लोगों का व्यवहार शिथिल हो गया है, हमें समझना चाहिए कि अभी भी आबादी का एक बड़ा हिस्सा कमजोर है। खासकर गांव में रह रही आबादी का। हम इस स्तर पर ढील देने का जोखिम नहीं उठा सकते है। हमें सामूहिक समारोह में जाने से बचना चाहिए। क्योंकि इस करह के समारोह सुपरस्प्रेडिंग इवेंट बन सकते हैं। उन्होंने कहा, इसके अलावा, विशेष रूप से उन जिलों में आरटी-पीसीआर परीक्षण को बढ़ाना है जहां सकारात्मकता दर की रिपोर्ट सामने आ रही हैं। पंजाब में राज्य के अधिकारियों ने कहा कि उन्होंने कम से कम 30 सुपर-स्प्रेडर उदाहरण पाए हैं, जहां एक ही घटना से 10 से अधिक मामले दर्ज किए गए। कोविड -19 के लिए राज्य के अधिकारी, डॉ राजेश भास्कर ने कहा कि इन घटनाओं के बारे में सटीक विवरण उपलब्ध नहीं थे, लेकिन कुछ उदाहरणों का हवाला दिया गया: दिल्ली में अमृतसर के एक परिवार में एक शादी हुई, जिसमें 38 में से 20 लोग संक्रमण हुए जिनका परीक्षण किया गया; मोहाली में एक अंतिम संस्कार, गए 18 में से आठ परीक्षण पॉजीटिव निकले और चंडीगढ़ में पंजाब सरकार का एक कार्यालय था, जहां परीक्षण किए गए 132 कर्मचारियों में से लगभग 70 संक्रमित थे।