भोपाल, राजधानी भोपाल, इंदौर और जबलपुर में पिछले कुछ दिनों से कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा लगातार बढऩे के बाद सरकार ने सख्ती बरती है और शनिवार रात 10 बजे से सोमवार सुबह 6 बजे तक के लिए कुल 32 घंटे का टोटल लॉकडाउन लगा दिया है। उधर, प्रदेश में कोरोना के केस तेजी से बढ़ रहे हैं। पिछले 24 घंटे में 1,307 नए संक्रमित मिले हैं। सबसे ज्यादा चिंताजनक स्थिति भोपाल, इंदौर और जबलपुर की है। भोपाल में 345, इंदौर में 317 और जबलपुर में 116 नए केस आए।
-59 फीसदी के केवल तीन शहरों में
प्रदेश में कोरोना के केस तेजी से बढ़ते जा रहे हैं। पिछले 24 घंटे में 59 फीसदी केस इंदौर, भोपाल और जबलपुर के हैं। साफ है कि हालात बिगड़ते जा रहे हैं। लोगों को एहतियात बरतने में और गंभीर होना पड़ेगा। पिछले 7 दिन में एक्टिव केसों में 64 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। जो बड़े खतरे का संकेत है। सबसे ज्यादा चिंताजनक स्थिति भोपाल, इंदौर और जबलपुर में है। यही वजह है कि तीनों शहरों में हर रविवार को टोटल लॉकडाउन लगाया जा रहा है।
-स्वास्थ्य विभाग की तैयारी
मंत्रालय सूत्रों का कहना है कि कोरोना की रफ्तार को देखते हुए आशंका है कि अगले एक महीने में स्थिति सितंबर जैसी हो जाएगी। इसे ध्यान में रखते हुए आयुष्मान योजना से संबद्ध भोपाल के 145 अस्पतालों को 20 प्रतिशत बेड कोरोना मरीजों के लिए रिजर्व करने के निर्देश दिए जा चुके हैं।
-जिला प्रशासन की तैयारी
तीनों शहरों में जिला प्रशासन लॉकडाउन से इतर सामान्य दिनों में भी कोरोना गाइडलाइन का सख्ती से पालन करा रहा है। यहां भीड़ को कंट्रोल किया जा रहा है। भोपाल में 70 स्थानों पर बैरिकेड्स लगाए गए हैं। मास्क नहीं लगाने पर 100 की जगह 500 रुपए का स्पॉट फाइन किया जा रहा है। इंदौर में तो साफ निर्देश हैं कि मास्क मुंह पर लगा होना चाहिए। कान पर लटका मिला तब भी फाइन लगेगी। प्रशासन का कहना है कि बाजार में 60 प्रतिशत लोग अभी भी बिना मास्क के घूम रहे हैं।
-पुलिस प्रशासन की तैयारी
लॉकडाउन के नियमों का पालन कराने की मुख्य जिम्मेदारी पुलिस को सौंपी गई है। पुलिस ने मुख्य सड़कों से लेकर गली-मोहल्लों तक में नियमों का पालन कराने के लिए प्लान बना लिया है। इसके लिए शहरभर में अलग-अलग टुकडिय़ां बनाई जा रही हैं। अकेले इंदौर में ही पुलिस के 500 जवान तैनात किए गए हैं।
-रेल यात्री और परीक्षा देने वाले चिंता न करें
जो यात्री ट्रेन से कहीं जा रहे हैं या अप-डाउन करते हैं तो वे टिकट दिखाकर स्टेशन जा सकेंगे। अगर किसी की परीक्षा है तो उन्हें भी नहीं रोका जाएगा। कोई बीमार दूसरे जिले से आता है तो उसे सक्षम अधिकारी का परमिशन लेटर दिखाना होगा।
-जीएमसी में 400 बेड
राजधानी में कोरोना संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है। टेस्टिंग से लेकर मरीजों को भर्ती करने के लिए बेड बढ़ाने की तैयारी भी शुरू कर दी गई है। जीएमसी अस्पताल में बेडों की संख्या 200 से 400 करने के निर्देश दिए गए हैं। अब इन बेड की संख्या बढ़ाने को लेकर समस्या आ रही है। हालांकि कॉलेज प्रबंधन का कहना है कि हम तैयारी कर रही हैं।
हमीदिया में 420 व टीबी अस्पताल 100 बेड रिजर्व
चिकित्सा शिक्षा आयुक्त निशांत वरवड़े ने बताया, हमीदिया अस्पताल और टीबी अस्पताल के डॉक्टर और पैरामेडिकल स्टाफ को अलर्ट पर रखा गया है। दोनों अस्पतालों में कोविड के मरीजों के लिए ऑक्सीजनयुक्त 520 बेड रिजर्व रखे गए हैं। हमीदिया अस्पताल में 420 और टीबी अस्पताल में 100 बेड हैं। दूसरी तरफ, संभागीय कमिश्नर कवींद्र कियावत ने कहा है कि हर हाल में सोमवार तक हमीदिया और टीबी अस्पताल में पूरी क्षमता के इलाज उपलब्ध कराने लिए के निर्देश दिए गए हैं। इसके अलावा भोपाल के आयुष्मान योजना से संबद्ध 142 अस्पतालों में 20त्न बेड रिजर्व किए गए हैं।