मुंबई, महाराष्ट्र में मुकेश अंबानी केस के बाद राजनीतिक भूचाल मचा हुआ है. खासकर मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को चिट्ठी लिख कर राज्य के गृह मंत्री और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के कद्दावर नेता अनिल देशमुख पर गंभीर आरोप लगाए हैं. इस चिट्ठी ने तो राज्य की सियासत गर्मा दी है. परमबीर सिंह के इन आरोपों के बाद महाराष्ट्र में सियासी गर्मी बढ़ गई है साथ ही गृहमंत्री अनिल देशमुख की कुर्सी पर खतरा मंडराने लगा है। सूत्रों की मानें तो किसी भी वक्त अनिल देशमुख अपने पद से इस्तीफा दे सकते हैं. दरअसल परमबीर सिंह ने चिट्ठी में आरोप लगाया है कि महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख ने हर महीने 100 करोड़ रुपये जमा करने का लक्ष्य मुंबई पुलिस के क्राइम ब्रांच के इंटेलिजेंस यूनिट की जिम्मेदारी संभालने वाले सचिन वाजे को दिया था. ज्ञात हो कि हाल ही में गृह विभाग ने परमबीर सिंह को मुंबई के पुलिस कमिश्नर के पद से हटा कर उन्हें होमगार्ड का डीजी बना दिया है. परमबीर सिंह ने अपने पत्र में आरोप लगाया है कि महाराष्ट्र के गृह मंत्री ने शहर के सैकड़ो बियर बार से लाखों रुपये वसूली का टारगेट सचिन वाजे को दिया था. परमबीर सिंह ने अपने पत्र में सांसद मोहल डेलकर आत्महत्या मामले में अनिल देशमुख द्वारा दवाब बनाने का भी जिक्र किया है. परमबीर सिंह के अनुसार 22 फरवरी को जब मुंबई के होटल में मोहन डेलकर का शव मिला तो उसके साथ एक सुसाइड नोट भी मिला था. इस नोट में कुछ वरिष्ठ अधिकारियों से परेशान होकर आत्महत्या करने की बात डेलकर ने लिखी थी. लेकिन अनिल देशमुख लगातार मुंबई पुलिस पर आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज करने के लिए प्रेशर डालते रहे. परमबीर सिंह ने पत्र में लिखा कि इस बात से अनिल देशमुख उनसे काफी नाराज भी थे. साथ ही उन्होंने खुद ही महाराष्ट्र विधानसभा में सांसद डेलकर की मौत की जांच के लिए एसआईटी को जिम्मा देने की बात कह दी. परमबीर का आरोप है की लगातार अनिल देशमुख उनके महकमे के अधिकारियों को बुलाया करते थे और कहां-कहां से वसूली करनी है इस पर चर्चा करते थे.
अनिल देशमुख ने दिया जवाब
इस बीच अपने ऊपर लगे संगीन आरोपों को लेकर गृह मंत्री अनिल देशमुख ने ट्वीट कर जवाब दिया. उन्होंने लिखा, “मुकेश अंबानी मामले के साथ-साथ मनसुख हिरेन हत्या मामले में सचिन वजे की संलिप्तता स्पष्ट हो रही है और इसके तार तत्कालीन पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह तक पहुंचने की संभावना है. परमबीर सिंह खुद को कानूनी कार्रवाई से बचाने के लिए इस तरह का आरोप लगा रहे हैं.”
अनिल देशमुख को गृह मंत्री के पद से हटाना चाहिए- फडणवीस
बीजेपी नेता और पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इस सनसनीखेज पत्र को लेकर सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा है कि यह इतिहास में पहली बार है कि इतना बड़ा कोई अधिकारी मुख्यमंत्री को सीधे पत्र लिख कर इस तरह का आरोप लगा रहा है. अनिल देशमुख को गृह मंत्री के पद से हटाना चाहिए. उन्होंने यह भी कहा कि पत्र में कहा गया है कि उन्होंने पहले सीएम उद्धव को इस बारे में जानकारी दी थी. तो क्या सिर्फ अपनी सरकार बचाने के लिए उद्धव ठाकरे ने कोई कार्रवाई नहीं की. अनिल देशमुख के बयान पर उन्होंने कहा कि “पत्र के साथ परमबीर सिंह ने चैट भी दी है. मुझे नहीं लगता वह खुद को बचाने के लिए इस तरह की चिट्ठी लिखेंगे.”
परमबीर सिंह ने गृह मंत्री देशमुख पर लगाए 100 करोड़ की वसूली का टारगेट देने का आरोप
