भोपाल, राजधानी में बढ़ते कोरोना के मामलों को लेकर सख्ती शुरू हो गई है। महाराष्ट्र से आने वाले लोगों को 72 घंटे पहले की कोरोना की जांच की निगेटिव रिपोर्ट दिखाना अनिवार्य होगा। रिपोर्ट नहीं होने पर जांच कराकर होम आइसोलेट रहना होगा। रैली और प्रदर्शन पर रोक लगा दी गई है। इसके अलावा कोई भी सार्वजनिक कार्यक्रम रात 10.30 बजे के बाद आयोजित नहीं किए जाएंगे। सोमवार को भोपाल जिला क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी की बैठक में ये सभी निर्णय लिए गए हैं।
रैली और प्रदर्शन पर रोक
भोपाल में आगामी आदेश तक किसी भी प्रकार की रैली और प्रदर्शन नहीं होगा। नए मेले के लिए अनुमति नहीं जारी की जाएगी। वर्तमान में भोपाल में चल रहे मेलें 21 मार्च तक बंद हो जाएंगे।
ओपन एरिया में विशेष परिस्थिति में ही कार्यक्रम की अनुमति
राजधानी में किसी प्रकार के कार्यक्रम में बंद हॉल की क्षमता के 50 प्रतिशत को ही प्रवेश की अनुमति या अधिकतम 200 लोगों को ही कार्यक्रम में शामिल होने की अनुमति होगी। ओपन एरिया में विशेष परिस्थिति में ही कार्यक्रम की अनुमति जारी की जाएगी।
स्विमिंग पूल पर भी प्रतिबंध जारी रहेगा
स्विमिंग पूल पर आगामी आदेश तक प्रतिबंध जारी रहेगा। कोचिंग इंस्टीट्यूट अपनी क्षमता के 50 प्रतिशत सीट के अनुसार ही संचालित किए जाएंगे।
जुर्माने की कार्रवाई होंगी तेज
वहीं, जिला प्रशासन भी मास्क न पहनने और सोशल डिस्टेंसिंग का उल्लंघन करने वालों पर कार्रवाई तेज कर दी है। रविवार को 500 से ज्यादा लोगों पर मास्क न पहने पर जुर्माना लगाने की कार्रवाई की गई। अब जुर्माने की कार्रवाई को प्रतिदिन 2 हजार तक करने की तैयारी की जा रही है।
कोरोना मरीजों के लिए बढ़ेंगे 60 बेड
राजधानी में कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं। इसे देखते हुए सोमवार को गांधी मेडिकल कॉलेज (जीएमसी) में कोरोना मरीजों के लिए 60 बेड बढ़ाने का निर्णय लिया गया है। यह बेड ईदगाह हिल्स स्थित टीबी अस्पताल में बढ़ाए जाएंगे। यहां कोरोना के नॉन सीरियस मरीजों को भर्ती किया जाएगा। वहीं, गंभीर मरीज हमीदिया अस्पताल में बने वार्ड में ही भर्ती रहेंगे। गांधी मेडिकल कॉलेज से संबंध हमीदिया अस्पताल में कोरोना मरीजों के लिए 100 बेड उपलब्ध हैं। इसमें से 70 प्रतिशत बेड फुल हो चुके हैं। सोमवार शाम तक मरीजों की संख्या बढऩे का अनुमान है। इसे देखते हुए सोमवार को गांधी मेडिकल कॉलेज में बेड की संख्या बढ़ाने को लेकर बैठक बुलाई गई थी। हमीदिया अस्पताल के अधीक्षक आईडी चौरसिया ने बताया, कोरोना के बढ़ते मामले को देखते हुए नए बेड बढ़ाने का निर्णय किया गया है। मरीज की जांच के बाद डॉक्टर तय करेंगे कि मरीज को हमीदिया अस्पताल के वार्ड में भर्ती करना है या टीबी अस्पताल के वार्ड में भेजना है। कोरोना के गंभीर मरीज, जिन्हें ऑक्सीजन की आवश्यकता होगी, उन्हें हमीदिया के वार्ड में भर्ती किया जाएगा। चौरसिया ने बताया कि नए बेड मंगलवार सुबह तक बनकर तैयार हो जाएंगे।
पांच में से दो वार्ड कोरोना के लिए
टीबी अस्पताल में पांच वार्ड में 180 बेड हैं। यहां अभी 50 नॉन कोविड मरीज भर्ती हैं। इनके लिए तीन वार्ड को छोड़कर बाकी 2 वार्ड क्रमांक-1 और क्रमांक 2 के 30-30 बेड कोविड मरीजों के लिए आरक्षित होंगे। इनके शौचालय समेत अन्य सुविधा अलग-अलग होगी। साथ ही, आने-जाने के लिए भी रास्ता अलग से बनाया जाएगा।