रायपुर, गोम्मटगिरी क्षेत्र में अतिक्रमण की कार्रवाई के बाद इंदौर से पलायन कर यहाँ आये कम्प्यूटर बाबा ने अब छत्तीसगढ़ में डेरा डाल लिया है। छत्तीसगढ़ में उन्होंने महामंडलेश्वर का पद हटा दिया है और वे इन दिनों छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के खास हो गए हैं। ऐसा माना जा रहा है कि मप्र में उन्हें कांग्रेस की सरकार ने मंत्री का दर्जा दिया था। इसी तरह का दर्जा उन्हें छत्तीसगढ़ में भी मिल सकता है। मप्र से जुड़े उनके कई समर्थक कम्प्यूटर बाबा से मुलाकात करने के लिए छत्तीसगढ़ जा रहे हैं।
पहले कम्प्यूटर बाबा ने नर्मदा नदी के किनारे पौधारोपण के नाम पर हुए घोटाले का मामला उठाया था, जिसके बाद उन्हें भाजपा ने राज्यमंत्री का दर्जा दे दिया था। बाद में कम्प्यूटर बाबा ने पाला बदलते हुए कांग्रेस का दामन थाम लिया था और विधानसभा चुनाव के दौरान प्रदेशभर में भाजपा के खिलाफ उन्होंने प्रचार किया। 15 महीने के बाद कांग्रेस की सरकार बनी तो कम्प्यूटर बाबा की चल निकली और कमलनाथ सरकार ने भी उन्हें राज्यमंत्री पद का दर्जा दे दिया। हालांकि राजनीतिक उठापटक के चलते कांग्रेस की सरकार का पतन हो गया और प्रदेश में फिर से भाजपा की सरकार आ गई। इसी बीच गोम्मटगिरी क्षेत्र में स्थित उनके आश्रम पर अतिक्रमण के मामले में जिला प्रशासन और नगर निगम ने बड़ी कार्रवाई करते हुए उनका पूरा आश्रम एक तरह से ध्वस्त कर दिया और बाबा को कुछ समय तक इंदौर की सेंट्रल जेल में भी रहना पड़ा। जमानत के बाद में उन्होंने अपने पहले बयान मे यह कहा कि वे कुछ समय हरिद्वार में बिताएंगे। उसके बाद से ही बाबा इंदौर से एक तरह से गायब हो गये। अब उनके छत्तीसगढ में सक्रिय होने की जानकारी आई है।
महामंडलेश्वर का पद हटाया
बाबा से जुड़े नजदीकी लोगों ने बताया कि कम्यूटर बाबा ने महामंडलेश्वर का पद हटाते हुए अब सिर्फ कम्प्यूटर बाबा के नाम से ही छत्तीसगढ़ में अपनी नई पहचान बना ली है और वे इन दिनों छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के खास बने हुए हैं। फेसबुक पर भी कम्यूटर बाबा ने भूपेश बघेले के साथ कई फोटो शेयर की है। सूत्रों के अनुसार प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री के इशारे पर कम्प्यूटर बाबा को छत्तीसगढ़ में वे तमाम वीआईपी सुविधा मिल रही है, जो उन्हें मप्र में मिल रही थी। छत्तीसगढ़ सरकार ने उन्हें वाहन के साथ साथ सुरक्षा गार्ड भी उपलब्ध करा दिये हैं और ऐसा माना जा रहा है कि उन्हें छत्तीसगढ़ सरकार उन्हें कभी भी राज्यमंत्री का दर्जा दे सकती है। मप्र में कम्यूटर बाबा के कई समर्थक मौजूद हैं और बाबा से सम्पर्क करने पर अपने समर्थकों को वह मुलाकात के लिए छत्तीसगढ़ बुला रहे हैं।
देशभर में 11 आश्रम हैं कम्प्यूटर बाबा के
इधर बाबा से जुड़े सूत्रों का कहना है कि इंदौर में भले ही उनका आश्रम ध्वस्त हो गया हो, मगर इससे बाबा को कोई फर्क नहीं पड़ा है। उनके समर्थक पूरे देशभर में हैं और वर्तमान में उनके पूरे देश में 11 आश्रम संचालित हो रहे हैं। इन आश्रम में गोशाला के अलावा साधु-संतों का भी निवास है और बड़ी संख्या में लोग इन आश्रमों से जुड़े हुए हैं।