हरिद्वार, महाशिवरात्रि पर आज अध्यात्मनगरी हरिद्वार में शुरू हो रहे महाकुंभ के पहले शाही स्नान में लाखों लोगों ने डुबकी लगाईं। शाही स्नान की शुरुआत में जूना अखाड़ा, आह्वान अखाड़ा, अग्नि अखाड़ा और किन्नर अखाड़ा के करीब 22 लाख लोगों ने पौड़ी ब्रह्मकुंड में डुबकी लगाई। इसके बाद करीब 1 बजे निरंजनी अखाड़ा और आनंद अखाड़ा हर की पौड़ी ब्रह्मकुंड पर स्नान किया। इसके बाद करीब 4 बजे महानिर्वाणी अखाड़ा और अटल अखाड़ा ने हर की पौड़ी ब्रह्मकुंड पर स्नान किया । इस दौरान श्रद्धालुओं पर हेलिकॉप्टर से फूलों की बारिश की गई ।
नागा बाबा और साधुओं के शाही स्नान को देखते हुए आम श्रद्धालुओं को सुबह 7 बजे के बाद स्नान करने की अनुमति दी गई थी। कोरोना वायरस को लेकर प्रशासन पूरी तरह से सतर्क रहा। सुबह 7 बजे के बाद हर की पौड़ी क्षेत्र को खाली करवा लिया गया फिर घाटों की सफाई की गई । इस दौरान घाट पर किसी के भी आने जाने पर पाबंदी रही।
महाकुंभ के शाही स्नान को देखते हुए सुरक्षा के भारी इंतजाम हैं। पूरे मेला क्षेत्र को 3 सुपर जोन, 9 जोन और 25 सेक्टरों (1 जीआरपी तथा 1 यातायात के सेक्टर सहित) में बांटा गया है। हर जोन में एक अपर पुलिस अधीक्षक और सेक्टर में पुलिस उपाधीक्षक को नियुक्त किया गया है। सुरक्षा व्यवस्था में किसी तरह की कोताही न हो, इसके लिए पुलिसकर्मियों को खास ट्रेनिंग भी दी गई है।
बता दें कि हरिद्वार कुंभ में कोविड-19 निगेटिव रिपोर्ट और हेल्थ सर्टिफिकेट लाना जरूरी होगा। इसके बिना हरिद्वार में एंट्री नहीं मिलेगी। राज्य सरकार की एसओपी 12 मार्च तक लागू रहेगा। राज्य सरकार की एसओपी के मुताबिक, श्रद्धालुओं और पर्यटकों के लिए स्नान घाटों पर किसी भी तरह के भंडारे पर रोक रहेगी। यही नहीं, भीड़ लगाकर भजन गाने पर भी मनाही है। अगर किसी भी श्रद्धालु या फिर यात्री ने नियमों का उल्लंघन किया तो आपदा प्रबंधन महामारी एक्ट के तहत उस पर एक्शन लिया जाएगा।