ऋषभ से प्रभावित होकर रुट बोले इस पर अंकुश लगाना कठिन

अहमदाबाद, भारतीय टीम के विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत के शानदार प्रदर्शन से इंग्लैंड के कप्तान जो रुट भी बेहद प्रभावित हुए हैं। रुट ने कहा है कि ऋषभ की बल्लेबाजी पर अंकुश लगाना बेहद कठिन है। ऋषभ ने अंतिम टेस्ट मैच में कठिन हालातों में शानदार शतक लगाकर भारतीय टीम की जीत में अहम भूमिका निभाई है। इससे पहले भी उन्होंने ऑस्ट्रेलिया की उछाल भरी पिचों में शानदार बल्लेबाजी की थी। ऋषभ ने सीरीज में कई अवसरों पर टीम के लिए रन बनाये।
रूट ने कहा कि ऋषभ को रोके रखना बहुत मुश्किल है। वो जिस अंदाज में बल्लेबाजी करते हैं उसमें गेंदबाजों के लिए उन पर दबाव बनाना आसान नहीं होता। उन्होंने जेम्स एंडरसन जैसे शीर्ष स्तर के तेज गेंदबाज पर रिवर्स स्वीप शॉट खेलकर दिखाया है कि वह किसी भी गेंदबाज का सामना कर सकते हैं। 600 से अधिक टेस्ट विकेट लेने वाले गेंदबाज पर इस प्रकार का शॉट खेलना काबिलियत के साथ ही साहस का भी उदाहरण है। रुट उस शॉट का जिक्र कर रहे थे जो ऋषभ ने चौथे टेस्ट के दूसरे दिन एंडरसन की गेंद पर खेला था। वो भी तब जब इंग्लैंड ने दूसरी नई गेंद ली ही थी। इस विकेटकीपर बल्लेबाज का अपनी बल्लेबाजी पर कितना भरोसा है, इसका अंदाजा मैच के बाद उनके इस बयान से लगाया जा सकता है जिसमें उन्होंने कहा था कि अगर मौका मिलेगा तो दोबारा किसी तेज गेंदबाज के खिलाफ रिवर्स स्वीप खेलूंगा।
मेहमान टीम के कप्तान ने माना कि इस युवा बल्लेबाज में अपने आक्रमक खेल से विपक्षी टीम को दबाव में लाने की काबिलियत है। उन्होंने कहा कि सीरीज में कई खिलाड़ियों ने अच्छी बल्लेबाजी की पर इस तरह के हालातों में जिस तरह पंत ने खेला उसने सीरीज में काफी बड़ा अंतर पैदा किया है। एक समय हम चौथे टेस्ट में बने हुए थे पर ऋषभ और वॉशिंगटन सुंदर के बीच हुई साझेदारी के कारण मैच हमारे हाथ से निकल गया। हमें मैच पर पकड़ मजबूत करने के मौके मिले थे लेकिन हम उनका लाभ नहीं उठा पाये। ऋषभ और सुंदर ने इंग्लैंड के खिलाफ पहली पारी में 6 विकेट जल्दी गिर जाने के बाद सातवें विकेट के लिए 113 रन की साझेदारी कर मैच का रुख बदल दिया। ऋषभ से प्रभावित हुए रुट , कहा इस बल्लेबाज पर अंकुश लगाना कठिन
अहमदाबाद, भारतीय टीम के विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत के शानदार प्रदर्शन से इंग्लैंड के कप्तान जो रुट भी बेहद प्रभावित हुए हैं। रुट ने कहा है कि ऋषभ की बल्लेबाजी पर अंकुश लगाना बेहद कठिन है। ऋषभ ने अंतिम टेस्ट मैच में कठिन हालातों में शानदार शतक लगाकर भारतीय टीम की जीत में अहम भूमिका निभाई है। इससे पहले भी उन्होंने ऑस्ट्रेलिया की उछाल भरी पिचों में शानदार बल्लेबाजी की थी। ऋषभ ने सीरीज में कई अवसरों पर टीम के लिए रन बनाये।
रूट ने कहा कि ऋषभ को रोके रखना बहुत मुश्किल है। वो जिस अंदाज में बल्लेबाजी करते हैं उसमें गेंदबाजों के लिए उन पर दबाव बनाना आसान नहीं होता। उन्होंने जेम्स एंडरसन जैसे शीर्ष स्तर के तेज गेंदबाज पर रिवर्स स्वीप शॉट खेलकर दिखाया है कि वह किसी भी गेंदबाज का सामना कर सकते हैं। 600 से अधिक टेस्ट विकेट लेने वाले गेंदबाज पर इस प्रकार का शॉट खेलना काबिलियत के साथ ही साहस का भी उदाहरण है। रुट उस शॉट का जिक्र कर रहे थे जो ऋषभ ने चौथे टेस्ट के दूसरे दिन एंडरसन की गेंद पर खेला था। वो भी तब जब इंग्लैंड ने दूसरी नई गेंद ली ही थी। इस विकेटकीपर बल्लेबाज का अपनी बल्लेबाजी पर कितना भरोसा है, इसका अंदाजा मैच के बाद उनके इस बयान से लगाया जा सकता है जिसमें उन्होंने कहा था कि अगर मौका मिलेगा तो दोबारा किसी तेज गेंदबाज के खिलाफ रिवर्स स्वीप खेलूंगा।
मेहमान टीम के कप्तान ने माना कि इस युवा बल्लेबाज में अपने आक्रमक खेल से विपक्षी टीम को दबाव में लाने की काबिलियत है। उन्होंने कहा कि सीरीज में कई खिलाड़ियों ने अच्छी बल्लेबाजी की पर इस तरह के हालातों में जिस तरह पंत ने खेला उसने सीरीज में काफी बड़ा अंतर पैदा किया है। एक समय हम चौथे टेस्ट में बने हुए थे पर ऋषभ और वॉशिंगटन सुंदर के बीच हुई साझेदारी के कारण मैच हमारे हाथ से निकल गया। हमें मैच पर पकड़ मजबूत करने के मौके मिले थे लेकिन हम उनका लाभ नहीं उठा पाये। ऋषभ और सुंदर ने इंग्लैंड के खिलाफ पहली पारी में 6 विकेट जल्दी गिर जाने के बाद सातवें विकेट के लिए 113 रन की साझेदारी कर मैच का रुख बदल दिया।

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