नई दिल्ली,घातक वायरस कोरोना के संक्रमण से मुक्ति के लिए टीकाकरण को ही सुरक्षित उपाय है पर केवल वैक्सीन लगवाने से काम चल जाएगा ऐसा नहीं है। वैक्सीन लेने के बाद भी आपको कई बातों का ध्यान रखना होगा नहीं तो आप संक्रमण की चपेट में आ सकते हैं। क्योंकि कोरोना वैक्सीन लगवाने के कुछ हफ्ते बाद हमारे शरीर में प्रतिरोधक क्षमता बनती है, तत्काल नहीं। सका मतलब है कि टीकाकरण के बाद भी कुछ दिनों तक व्यक्ति के कोरोना संक्रमित होने की है। इसलिए टीककारण के बाद भी प्रमुख एहतियाती उपायों का पालन किया जाना चाहिए। खासकर सार्वजनिक स्थानों पर मास्क पहने रखना, हाथ की सफाई, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना बहुत जरूरी है। वैक्सीन लगवाने के बाद अगर आपको हल्का बुखार, शरीर में दर्द और थकान जैसा महसूस हो रहा है तो इससे घबराने की जरूरत नहीं है। बुखार और शरीर में दर्द टीकाकरण के सामान्य प्रभाव होते हैं। कोरोना ही नहीं, किसी और बीमारी का भी टीका लगता है तो कुछ लोगों बुखार जैसे साइड इफेक्ट देखने को मिलते हैं। यह दिक्कत चंद दिनों तक रहती है और फिर स्थिति सामान्य हो जाती है। वहीं, विशेषज्ञों की माने तो भारत में टीकाकरण में इस्तेमाल हो रहे दोनों टीके कोवैक्सीन और कोविशील्ड पूरी तरह से सुरक्षित हैं।
टीका लगवाने से पहले भी लोगों को कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है। टीका लगवाने वाला व्यक्ति अगर पहले से कोई दवा खा रहा है या फिर उसको कोई दिक्कत है तो वो पहले डॉक्टर से पारमर्श लेकर टीका लगवा सकता है। टीका लगवाने से पहले अच्छी तरह से खाना खा लें और कोशिश करें कि नींद पूरी हो। शरीर थका हुआ नहीं होना चाहिए। अगर कैंसर या फिर सुगर से पीड़ित है तो इन पर नियंत्रण रखना जरूरी है। वहीं, उन लोगों को वैक्सीन नहीं लगवानी चाहिए जो पिछले डेढ़ महीने में कोरोना से संक्रमित हुए हैं या फिर जिनको ब्लड प्लाज्मा चढ़ाया गया हो। देश में कोरोना वायरस टीकाकरण के दूसरे चरण की शुरुआत 2 मार्च से हुई है। दूसरे चरण में 60 साल से अधिक उम्र के लोगों को टीका दिया जा रहा है। इसके अलावा 45 साल से अधिक वो लोग भी टीका लगवा सकते हैं जो किसी गंभीर बीमारी से पीड़िता हैं। कौन से बीमारी से पीड़ित लोगों को इस चरण में टीका लगवाना है इसके लिए सरकार ने गाइडलाइन्स भी जारी कर दी है।