नई दिल्ली, पेट्रोल-डीजल की आसमान छू रही कीमतों से हर कोई परेशान है। कई राज्यों में तो पेट्रोल 100 रुपए से भी अधिक कीमत का हो चुका है। सूत्रों के मुताबिक, अब केंद्र सरकार पेट्रोल-डीजल की कीमतें कम करने पर विचार कर रही है। वित्त मंत्रालय के सूत्र ने बताया कि, सरकार कीमतों को जल्द कम करने के लिए पेट्रोल और डीजल पर उत्पाद शुल्क में कटौती करने पर विचार कर रही है।
उल्लेखनीय है कि पेट्रोल-डीजल के महंगे होने के सबसे बड़ा कारण टैक्स ही है। केंद्र सरकार उत्पाद शुल्क और राज्य वैट वसूलते हैं। अभी केंद्र और राज्य सरकारें उत्पाद शुल्क एवं वैट के नाम पर 100 फीसदी से ज्यादा टैक्स वसूल रही हैं। इन दोनों की दरें इतनी ज्यादा है कि 35 रुपए का पेट्रोल विभिन्न राज्यों में 90 से 100 रुपए प्रति लीटर तक पहुंच गया है। बढ़ती कीमतों पर मचे हाहाकार के बीच सूत्रों ने कहा है कि वित्त मंत्रालय ने कुछ राज्यों, तेल कंपनियों और पेट्रोलियम मंत्रालय के साथ परामर्श शुरू किया है, ताकि उपभोक्ताओं पर टैक्स का बोझ कम करने का सबसे प्रभावी तरीका निकाला जा सके।
इसके अलावा यदि केंद्र पेट्रोलियम उत्पादों को गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स (जीएसटी) के दायरे में ले आए तो आम आदमी को राहत मिल सकती है। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने इसके संकेत दिए हैं। दिल्ली में पेट्रोल 91.17 रुपए और मुंबई में 97.57 रुपए प्रति लीटर है। वहीं, दिल्ली में डीजल 81.47 रुपए और मुंबई में 88.60 रुपए प्रति लीटर है। पिछले महीने राजस्थान और मध्य प्रदेश में कुछ स्थानों पर पेट्रोल का दाम 100 रुपए प्रति लीटर को पार कर गए थे। ये दोनों राज्य तेलों पर सबसे अधिक वैट लेते हैं।