रायपुर, नई दिल्ली से बिलासपुर की पहली उड़ान पहुंचने के साथ ही आज छत्तीसगढ़ की न्यायधानी बिलासपुर का नाम देश के हवाई मानचित्र पर अंकित हो गया। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बिलासा देवी केंवट हवाई अड्डा बिलासपुर (चकरभाठा) से विमान सेवा के वर्चुअल शुभारंभ समारोह को मुख्य अतिथि की आसंदी से संबोधित करते हुए कहा कि आज का दिन छत्तीसगढ़ के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। बिलासपुर को हवाई सेवा से जोड़ने का पुराना सपना आज पूरा हो रहा है। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने विधानसभा परिसर स्थित अपने कार्यालय कक्ष से वर्चुअल रूप से शुभारंभ समारोह से जुड़े। वर्चुअल शुभारंभ समारोह की अध्यक्षता केन्द्रीय विमानन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इसके लिए राज्य सरकार के साथ विभिन्न संगठनों, सिविल सोसायटी द्वारा सतत प्रयास किया गया। हाईकोर्ट ने भी इस संबंध में संज्ञान लिया। मुख्यमंत्री ने बिलासपुर सहित प्रदेशवासियों, पहली उड़ान से बिलासपुर आने वाले और बिलासपुर से जाने वाले यात्रियों सहित केन्द्रीय विमानन मंत्री श्री हरदीप सिंह पुरी को बधाई और शुभाकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि केन्द्रीय विमानन मंत्री ने सहृदयता से हमारी बात सुनी और तत्परता से कार्रवाई की जिससे लाईसेंस मिलने के एक माह के भीतर उड़ान शुरू हो सकी। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस उड़ान के शुरू होने से इस क्षेत्र के लोगों के लिए देश की राजधानी नई दिल्ली, जबलपुर और प्रयागराज जाने की सुविधा उपलब्ध होगी। मुख्यमंत्री ने केन्द्रीय विमानन मंत्री से छत्तीसगढ़ के रायपुर एयरपोर्ट से अंतर्राष्ट्रीय विमान सेवा प्रारंभ करने का अनुरोध करते हुए कहा कि अंतर्राष्ट्रीय उड़ानों के अनुरूप रायपुर एयरपोर्ट का विकास किया गया है। उन्होंने यह भी कहा कि यदि एयरलाईन कम्पनी रात्रि विश्राम के बाद सुबह की उड़ान प्रारंभ करती हैं तो छत्तीसगढ़ में एटीएफ पर वेट की दर शून्य करने के लिए राज्य सरकार सहमत है। वर्तमान में एटीएफ पर चार प्रतिशत वेट लागू है। श्री बघेल ने रायपुर एयरपोर्ट में कार्गो हब की स्थापना का अनुरोध करते हुए कहा कि एयर इण्डिया द्वारा इसके लिए निरीक्षण किया जा चुका है कार्गो हब के लिए आवश्यक सुविधाएं रायपुर एयरपोर्ट पर उपलब्ध हैं। मुख्यमंत्री ने देहरादून और रांची के लिए भी उड़ान प्रारंभ करने का अनुरोध केन्द्रीय मंत्री से किया।