भोपाल,भोपाल में बस ऑपरेटर और एसोसिएशन द्वारा 26-27 फरवरी को हड़ताल की घोषणा के बाद इंदौर में भी गंगवाल बस एसोसिएशन ने एक दिन के सांकेतिक हड़ताल की घोषणा की थी। हालांकि परिवहन मंत्री के 1 मार्च से किराए में वृद्धि किए जाने की घोषणा के बाद हड़ताल को स्थगित कर दिया गया है। हड़ताल के चलते प्रदेश भर में करीब 20 हजार बसों का संचालन प्रभावित होने वाला था।
शिव सिंह गौड़ का कहना है कि परिवहन मंत्री द्वारा घोषणा की है कि 1 मार्च से बसों के किराए में वृद्धि की जाएगी। घोषणा के बाद हमने एक दिन के सांकेतिक हड़ताल को स्थगित करने का निर्णय लिया है। हमने सरकार और परिवहन मंत्री पर भरोसा किया है। हमें उम्मीद है कि वे अपनी घोषणा पर अमल करेंगे।
पहले क्या कहा था
शिव सिंह गौड़ का कहना था कि हमारी हड़ताल सांकेतिक है। बस ऑपरेटर पिछले 6 महीनों से परेशान हैं। डीजल 60 रुपए से 90 रुपए तक पहुंच गया है, लेकिन किराए में बढ़ोतरी नहीं हो रही है। किराया बोर्ड की बैठक भी हो चुकी है। बैठक में 50 फीसदी किराया बढ़ाने का प्रस्ताव मंजूर कर लिया, लेकिन राज्य शासन के पास मामला अटका हुआ है। हमारी मांग है कि किराया बढ़ाया जाए। चालानी कार्रवाई में भी अनियमितता है। किसी बस में सवारी कम है तो उसका भी चालान बनाया जा रहा है। किसी ना किसी रूप में चालान बनाया जा रहा है। बस ऑपरेटर 1000 रुपए नहीं कमा पार रहा है, चालान 5000 हजार 10000 रुपए का बनाया जा रहा है। हमारी तीन मांगें हैं- चालानी कार्रवाई बंद हो, डीजल के रेट कम किए जाएं और किराए में बढ़ोतरी की जाए।