धर्मशाला, केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर को उस समय भारी परेशानी उठानी पड़ी जब वे हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले के धर्मशाला में कादिशा कमेटी की बैठक के लिए दो दिन पहले यहां पहुंचे थे, तब उन्हें सर्किट हाउस छोड़कर होटल में शिफ्ट होना पड़ा। यह सोमवार रात का यह मामला है। धर्मशाला के सर्किट हाउस में ठहरे अनुराग ठाकुर को साथ लगते कमरे में शोर-शराबे और नाच-गाने के कारण आधी रात को ही कमरा छोड़ कर पर्यटन निगम के होटल में जाकर ठहरना पड़ा। सुरक्षा कर्मियों ने दो बार साथ लगते कमरे में नाचने-गाने वाले पर्यटकों से शांत रहने के लिए कहा। यहां तक कि खुद केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री ने भी उनसे शांत रहने की गुजारिश की, लेकिन वह नहीं माने।
मंगलवार सुबह जिला प्रशासन को इस बात की भनक लगी तो उनके हाथ-पांव फूल गए और अधिकारी माफी मांगने निगम के होटल आ पहुंचे। बताया जा रहा है कि शोरशराबा करने वालों में प्रदेश सरकार में एक बड़े नेता के परिवार के लोग भी शामिल थे। इसके चलते प्रशासन और पुलिस के आला अफसर कुछ नहीं कर पाए। अब प्रशासन मामले को दबाने का प्रयास कर रहा है। अतिरिक्त उपायुक्त (कांगड़ा) राहुल कुमार ने कहा कि केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर के सर्किट हाउस से आधी रात को निकलने की सूचना उन्हें अगली सुबह मिली। मामले में अधिक जानकारी एसी टू डीसी कार्यालय से मिल सकती है। सर्किट हाउस के कमरों की बुकिंग होती है। पुलिस अधीक्षक कांगड़ा विमुक्त रंजन ने कहा कि केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री को साथ वाले कमरे में शोर के कारण परेशानी हो रही थी। इसके बाद वह सर्किट हाउस से होटल धौलाधार शिफ्ट हो गए।