अहमदाबाद, यहां बुधवार से नये मोटेरा स्टेडियम में शुरु हो रहे दिन-रात्रि के तीसरे टेस्ट मैच में भारत और इंग्लैंड की टीम जीत के इरादे से उतरेंगी। गुलाबी गेंद से होने वाले इस मैच में जीत दर्ज कर दोनो ही टीमें सीरीज में बढ़त हासिल करना चाहेंगी। अभी दोनो ही टीमें सीरीज में 1-1 से बराबरी पर हैं। इस मैच में पिच स्पिनरों या तेज गेंदबाजों में से किसकी सहायता करती है यह अहम रहेगा। इस मैच में जीतने वाली टीम विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप के फाइनल में पहुंचेगी। भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली यहां एकसाथ कई रिकार्ड बना सकते हैं। वहीं तेज गेंदबजा इशांत शर्मा इसी मैदान पर अपना 100वां टेस्ट मैच खेलने के लिए उतरेंगे और कपिल के बाद यह उपलब्धि हासिल करने वाले दूसरे भारतीय तेज गेंदबाज बनेंगे। इसके साथ ही आर अश्विन 400 टेस्ट विकेट लेने के क्लब में शामिल होने की कोशिश करेंगे जिसके लिए उन्हें छह विकेट की जरूरत है।
सरदार पटेल स्टेडियम का नवीनीकरण किया गया और अब यह विशाल नजर आता है लेकिन यहां काफी समय बाद टेस्ट मैच हो रहा है इसलिए दोनो ही टीमों के लिए यह एक सा रहेगा। भारत चाहेगा कि पिच से स्पिनरों को मदद मिले ताकि वह 2-1 की बढ़त बना सके पर पिच का व्यवहार कैसा होगा यह अभी देखना बाकी है। सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा ने पिच को लेकर टीम की राय स्पष्ट कर दी थी। वह ऐसी पिच चाहते हैं जिसे अश्विन और अक्षर पटेल जैसे स्पिनरों को मदद मिले। ठीक उसी तरह से जैसे जो रूट हैंडिग्ले या ओल्ड ट्रैफर्ड में घास वाली पिच को प्राथमिकता देते हैं। लेकिन कुछ ऐसे सवाल हैं जिनका जवाब दोनों टीमें ढूंढने की कोशिश करेंगी।
बल्लेबाजों के लिए शाम का सत्र कैसे होगा क्योंकि मेहमान टीम के तेज गेंदबाज जेम्स एंडरसन का मानना है कि इस दौरान गेंद अधिक स्विंग करेगी। मैच दोपहर बाद दो बजकर 30 मिनट पर शुरू होगा और ऐसे में क्या अंतिम सत्र में ओस की भूमिका भी अहम रहेगी। उस समय धीमी गति के गेंदबाजों के लिये गेंद पर पकड़ बनाना आसान नहीं होगा। भारतीय टीम के तेज गेंदबाज इशांत ने कहा, ‘गुलाबी गेंद से यह टेस्ट हम नए मैदान पर खेल रहे हैं इसलिए हम भी कुछ नहीं जानते कि उनसे कैसे पार पाना है।’ वहीं एंडरसन का हालांकि मानना है कि यह विकेट भी चेन्नई के चेपॉक स्टेडियम के विकेट से अलग नहीं होगा।
भारतीय टीम के तेज गेंदबाज उमेश यादव फिटनेस परीक्षण में सफल रहे हैं और उनके इस मैच में खेलने की पूरी संभावनाएं है। ऐसे में स्पिनर कुलदीप यादव को अंतिम एकादश से बाहर किया जा सकता है। इंग्लैंड के पास जो रूट, बेन स्टोक्स, जॉनी बेयरस्टॉ जैसे खिलाड़ी हैं जो भारतीय गेंदबाजों के लिए कड़ी चुनौती पेश करेंगे। हार्दिक पंड्या को गेंदबाजों का कार्यभार कम करने के लिए टेस्ट टीम में शामिल किया गया है हालांकि यह तय नहीं है कि टीम उन्हें टेस्ट मैच के लिए तैयार मान रही है या नहीं। इंग्लैंड की टीम इस मैच में स्पिनर मोईन अली की जगह डोम बेस या जैक लीच को शामिल कर सकती है। एंडरसन और जोफ्रा आर्चर के साथ स्टुअर्ट ब्रॉड या मार्क वुड को अंतिम एकादश में जगह मिलेगी या नहीं यह अभी तय नहीं है। इसके अलावा युवा बल्लेबाज जॉक क्रॉउली को रोरी बर्न्स की जगह अंतिम एकादश में रखा जा सकता है इसके अलावा डैन लॉरेन्स की जगह जॉनी बेयरस्टॉ खेलेंगे। पिछले मैच में खराब बल्लेबाजी और गेंदबाजी को देखते हुए मेहमान टीम इस मैच में दबाव में रहेगी जिसका लाभ भी भारतीय टीम को मिलेगा।
दोनो टीमें इस प्रकार हैं :
भारत: विराट कोहली (कप्तान), रोहित शर्मा, मयंक अग्रवाल, शुभमन गिल, चेतेश्वर पुजारा, अजिंक्य रहाणे (उपकप्तान), केएल राहुल, हार्दिक पंड्या, ऋषभ पंत (विकेटकीपर), ऋद्धिमान साहा (विकेट कीपर), आर अश्विन, कुलदीप यादव, अक्षर पटेल, वाशिंगटन सुंदर, इशांत शर्मा, जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद सिराज, उमेश यादव में से।
इंग्लैंड: जो रूट (कप्तान), जेम्स एंडरसन, जोफ्रा आर्चर, जॉनी बेयरस्टॉ, डोमिनिक बेस, स्टुअर्ट ब्रॉड, रोरी बर्न्स, जैक क्रॉउली, बेन फॉक्स, डैन लॉरेंस, जैक लीच, ओली पोप, डॉम सिबली, बेन स्टोक्स, ओली स्टोन, क्रिस वोक्स और मार्क वुड।